नई दिल्ली। वरिष्ठ नागरिकों को टिकटों में मिलने वाली छूट खत्म करने के फैसले की आलोचनाओं को देखत हुए रेलवे इस सुविधा को फिर से बहाल करने पर विचार कर रहा है। हालांकि इसमें कुछ शर्तें शामिल किए जाने पर मंथन होगा। नई शर्तों में यह भी व्यवस्था शामिल की जा सकती है कि अब से छूट सिर्फ 70 साल या उससे ऊपर के बुजुर्गों को दी जा सकती है। यानी उम्र की सीमा पहले से ज्यादा करने पर विचार किया जा रहा है। इसके अलावा यह सुविधा सिर्फ जनरल और स्लीपर क्लास के यात्रियों को ही दी जा सकती है। यानी वातानुकूलित श्रेणियों के यात्रियों को इस छूट से वंचित रखने पर विचार किया जा रहा है।
रेलवे नियमों में इस तरह से बदलाव करके कुछ जरूरतमंद बुजुर्गों को फिर से राहत दिए जाने पर विचार कर रहा है। नई शर्तों में प्रीमियम तत्काल सभी ट्रेनों में शुरू करने की चर्चा रेलवे एक और योजना पर विचार कर रहा है। वह ये है कि सभी ट्रेनों में प्रीमियम तत्काल स्कीम को लागू कर दिया जाए। यह स्कीम अभी लगभग 80 ट्रेनों में ही लागू है। रेलवे इस व्यवस्था से सब्सिडी का कुछ और भार हल्का करना चाहता है। प्रीमियम तत्काल उन यात्रियों के लिए बेहतर विकल्प है, जो आखिरी समय में यात्रा की योजना बनाते हैं। इसमें डायनैमिक फेयर की तर्ज पर टिकटों के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ते हैं। इसमें बेसिक किराए के अलावा तत्काल चार्ज देने पड़ते हैं।
दो हजार करोड़ का बोझ
2,000 करोड़ रुपये का बोझ कम करने की कोशिश पिछले दो दशकों में रेलवे के किराए में छूट एक बहुत बड़ी बहस का मुद्दा बन चुका है। कई समितियों ने इसे खत्म किए जाने की सिफारिश की थी। इसके बाद ही जुलाई 2016 में इसे वरिष्ठ नागरिकों के लिए विकल्प के तौर पर दिया जाने लगा था। अलग-अलग तरह के यात्रियों के लिए रेलवे में 50 तरह की छूट की व्यवस्था से इसे हर साल करीब 2,000 करोड़ का बोझ पड़ता है।
ये कहा था रेल मंत्री ने
वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली रियायत उसकी ओर से दी जाने वाली कुल छूट का लगभग 80% होता है। रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों को सब्सिडी छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने की भी कोशिश इसी इरादे से की थी, लेकिन इसका कोई खास फायदा नहीं हुआ। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पिछले हफ्ते संसद में भी एक सवाल के जवाब में कहा भी था कि इस तरह की छूट रेलवे पर बहुत भारी पड़ रही है।
पहले यह थी छूट
- 58 साल से ऊपर की महिलाओं और 60 साल या ऊपर के पुरुषों को यात्री किराए में छूट दी जाती थी।
-महिलाओं को टिकट की कीमत पर 50% की रियायत लेने की छूट थी, लेकिन 60 साल और ऊपर के पुरुषों और ट्रांसजेंडर को सभी श्रेणियों में 40% तक की रियायत लेने की छूट थी।