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Mahakal: उज्जैनवासियों के लिए होगी दर्शन की नई व्यवस्था

Mahakal: उज्जैनवासियों के लिए होगी दर्शन की नई व्यवस्था

Mahakal:अब सिर्फ आधार कार्ड दिखाएं और करें बाबा महाकाल के दर्शन

Mahakal:उज्जैन। अब उज्जैनवासियों को महाकाल मंदिर में दर्शन करने के लिए न लंबी लाइन में लगना पड़ेगा, न घंटों इंतजार करना होगा और न ही 250 रुपए की रसीद कटवाना पड़ेगी, क्योंकि शिर्डी और तिरुपति बालाजी की तर्ज पर महाकालेश्वर मंदिर में भी स्थानीय निवासियों के लिए एक ऐसी व्यवस्था की शुरुआत होने वाली है, जिसके तहत शहरवासियों को न सिर्फ एक अलग गेट से प्रवेश मिलेगा, बल्कि आधार कार्ड दिखाने से ही उन्हें बाबा महाकाल के जल्द दर्शन हो पाएंगे।

Mahakal:महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा, निगम आयुक्त रोशन कुमार सिंह, मंदिर प्रशासक संदीप सोनी एवं प्रबंध समिति के सदस्यों की उपस्थिति में हुई, जिसमें महापौर मुकेश टटवाल ने उज्जैन शहर के नागरिकों के लिए अलग से दर्शन व्यवस्था करने के लिए प्रस्ताव रखा। कहा गया कि दर्शन के लिए पृथक द्वार एवं उज्जैन के नागरिकों को परिचय पत्र के आधार पर मंदिर में अलग द्वार से प्रवेश दिया जाए।

Mahakal:सदस्यों ने भी किया समर्थन

वहीं मंदिर प्रबंध समिति द्वारा इस प्रस्ताव का स्वागत करते हुए निर्णय को स्वीकृति दी गई, साथ ही यह निर्णय भी हुआ कि नगर निगम के पार्षदों को भी प्रोटोकॉल की सुविधा मिलेगी, जिसका समिति के सदस्यों द्वारा समर्थन किया गया।

उज्जैन शहर के नागरिकों के लिए दर्शन की सुविधा मंदिर के निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने के बाद मिलेगी, जिससे वह किसी भी समय बाबा महाकाल के दर्शन सुगमतापूर्वक कर सकते हैं। बस इसके लिए आधार कार्ड की आवश्यकता रहेगी। आधार कार्ड दिखाकर उज्जैन के नागरिक बाबा महाकाल के दर्शन का लाभ ले सकेंगे।

Mahakal:प्रस्तावित कार्यों की जानकारी दी

महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष व कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम की अध्यक्षता में श्री महाकाल लोक कंट्रोल रूम में हुई, जिसमें मंदिर की कार्ययोजना, प्रगति व निकट भविष्य में प्रस्तावित कार्यों की जानकारी भी दी गई। वर्ष 2023-24 के प्रस्तावित बजट के सभी आय एवं व्यय की मदों का संक्षिप्त वर्णन किया गया। समिति ने प्रस्तावित बजट का अनुमोदन किया, साथ ही बताया कि वर्ष 2023-24 में मंदिर की प्रस्तावित आय 22,800 लाख और व्यय 22,700 लाख है।

Mahakal: महाकाल को गर्मी से बचाएगा 11 नदियों का जल

वैशाख कृष्ण प्रतिपदा पर गर्भगृह में बांधी जाएंगी मटकियां अप्रैल का महीना अभी शुरू हुआ ही है ऐसे में गर्मी धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ती नजर आ रही है। ऐसे में बाबा महाकाल को भी गर्मी से बचाने के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि बाबा महाकाल को गर्मी से बचाने के लिए उनके ऊपर अब ठंडे जल की धारा प्रवाहित की जाएगी।

उन्हें गर्मी न लगे इसके लिए वैशाख कृष्ण प्रतिपदा 7 अप्रैल से मंदिर के पंडित और पुजारी मिलकर ठंडे पानी की गलंतिका शिवलिंग के ऊपर बांधेंगे। इसमें से लगातार शिवलिंग पर पानी आता रहेगा। खास बात ये है कि बाबा महाकाल के शिवलिंग के ऊपर जो मटकियां लगाई जाएंगी उनमें 11 नदियों का जल शामिल किया जाएगा।

श्री महाकालेश्वर मंदिर का पुजारी पंडित महेश गुरु ने बताया कि मान्यता है कि भगवान महाकालेश्वर को वैशाख एवं ज्येष्ठ मास की तपती गर्मी से बचाने के लिए पुजारी-पुरोहित हर साल शिवलिंग पर 11 गलंतिका (मटकी) बांधते हैं। इन मटकियों से सुबह भस्म आरती से लेकर संध्या पूजन से पहले तक भगवान महाकाल पर ठंडे जल की धारा प्रवाहित की जाती है।

ये क्रम दो महीनों तक चलता रहता है। महाकालेश्वर कैलाश निवासी हैं, ऐसे में उन्हें शीतलता पहुंचाने के लिए गर्मी के मौसम में दो माह भक्त इस तरह का जतन करते हैं। इसी प्रकार तेज ठंड में भगवान को गर्म जल से स्नान कराने की परंपरा निभाई जाती है। चांदी के कलश की जलधारा के अलावा मिट्टी की 11 मटकियों से भी जलधाराएं प्रवाहित की जाती हंै।

Mahakal:सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं

बता दें, इन मटकियों पर गंगा, यमुना, गोदावरी सहित अन्य नदियों के नाम लिखे जाते हैं। मान्यता है कि भगवान महाकाल इससे तृप्त होकर राष्ट्र और प्रजा के कल्याण के लिए सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं।

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