आस्था के केंद्र मध्यप्रदेश के इंदौर स्थित खजराना गणेश मंदिर परिसर में एक दुकान निर्धारित से छह गुना महंगे दामों पर बिकी है। इसकी कीमत इंदौर विकास प्राधिकरण ने 30 लाख रुपये तय की थी, लेकिन जब नीलामी की प्रक्रिया शुरू हुई तो सबसे ज्यादा दाम खजराना क्षेत्र के देंवेद्र राठौर ने इस दुकान के लगाए। उन्होंने 64 वर्गफीट की इस दुकान को 1.72 करोड़ रुपये में खरीदने की तैयारी दिखाई।
इस टेंडर में लगाई गई राशि को व्यापारी द्वारा एक महीने में देने का समय दिया गया था. यह राशि खजराना गणेश प्रबंध समिति में जमा होगी, जिससे मंदिर का और विस्तार हो सकेगा. इसके साथ ही इंदौर कमर्शियल प्रॉपर्टी के मामले में नंबर वन बन गया है. इसके साथ ही यह प्रसाद की दुकान विश्व की सबसे अधिक कीमत वाली दुकान बन गई.
दुकान के मालिक दीपक राठौड़ का कहना है कि यह दुनिया की सबसे महंगी दुकान है. हम गणेश भगवान का धन्यवाद देते हैं. आज जो कुछ भी है, यह उन्हीं की देन है और यह दुकान भी उन्हीं की वजह से मिली है. उन्होंने कहा कि यहां 25 से 30 साल से प्रसाद की दुकान चला रहे हैं. यहां प्रसाद बेचने की करीब 60 दुकानें हैं.
दुकान का टेंडर मिलने के बाद इंदौर के सुखलिया निवासी दीपक राठौर दुनिया की पहली सबसे मंहगी दुकान के मालिक भी बन गए हैं. अक्टूबर में दुकान के टेंडर जारी किए थे, जिसमें 108 लोगों ने फॉर्म भरे थे. दीपक ने बताया कि इसमें केवल 7 फार्म ही सेलेक्ट हुए थे, जिसमें भगवान गणेश की कृपा से यह दुकान मुझे प्राप्त हुई है.
बहुत अच्छे फिलिंग लोगों को आ रही है. मेरी मंशा यह है कि भगवान गणेश मंदिर परिसर में पैसा का इस्तेमाल किया जाए. यहां कई प्रकार के लड्डू हम भक्तों को देना चाहते हैं, जिसमें देसी घी से बने उड़द, मूंग के लड्डू और मोदक शामिल हैं.
यह दुकान लंबे समय से अटकी थी. दुकान नंबर 1-ए और 20-ए को बेचा जाना था. अक्टूबर 22 में मंदिर समिति के अध्यक्ष कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर इन दोनों दुकानों की नीलामी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया था. इंदौर विकास प्राधिकरण से इसकी नीलामी प्रक्रिया कराई गई थी. इंदौर विकास प्राधिकरण के माध्यम से टेंडर जारी किए गए था. 36 और 69.53 वर्गफीट की दुकानों के लिए 30 लाख का बेस प्राइज रखा गया था. वहीं, जब आईडीए द्वारा द्वारा टेंडर खोले गए तो 69.53 वर्गफीट की दुकान के टेंडर को देख प्रशासन और आईडीए के अधिकारी दंग रह गए.
व्यापारी देवेंद्र राठौड़ ने सबसे अधिक राशि 1 करोड़ 72 लाख रुपये 69.53 वर्गफीट की दुकान के लगाए थे. इससे इस दुकान की कीमत करीब 2.47 लाख रुपये प्रति वर्गफीट आई है. वहीं 36 वर्गफीट की दुकान के लिए 22 लाख रुपये कीमत लगाई गई. बताते चलें कि मंदिर परिसर की हर दुकान का रोजाना करीब 15 से 20 हजार रुपये का गल्ला है.