इस्लामाबाद। पाकिस्तान में इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर संसद में जमकर बहस हुई वहीं स्पीकर असद कैसर ने विपक्षी नेताओं से दो टूक कह दिया है कि वो इमरान के खिलाफ वोटिंग नहीं कराएंगे, क्योंकि उनकी खान से 30 साल पुरानी दोस्ती है और वो इमरान को इस तरह रुसवा होते नहीं देख सकते।
इससे पहले, नेशनल असेंबली की कार्यवाही 11:15 बजे शुरू हुई। इमरान संसद नहीं पहुंचे। विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ और इमरान के मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बीच तीखी जुबानी जंग हुई। स्पीकर असद कैसर के विदेशी साजिश के मुद्दे पर चर्चा करने को कहा तो विपक्ष भड़क गया। कैसर ने कार्यवाही स्थगित कर दी थी।
इमरान सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर शीर्ष अदालत में समीक्षा याचिका दायर की है। अदालत ने नेशनल असेंबली के स्पीकर द्वारा अविश्वास प्रस्ताव निरस्त करने के फैसले को खारिज कर दिया था। अदालत ने दोबारा अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग का आदेश सुनाया था। इस फैसले पर इमरान ने निराशा जाहिर की थी। वहीं संसद में इमरान के मंत्री कुरैशी ने कहा कि वॉशिंगटन में 7 मार्च को मीटिंग हुई और 8 मार्च को पाकिस्तान में अविश्वास प्रस्ताव आया। चुनाव आयोग ने 3 महीने में चुनाव कराने से इनकार कर दिया, जबकि संविधान के मुताबिक संसद भंग होने पर 90 दिन में चुनाव कराना ईसी का फर्ज है।