Mradhubhashi
Search
Close this search box.

बालिका शिक्षा के प्रसार के लिए धार, झाबुआ, बड़वानी और अलीराजपुर जिलों के 320 गांवों में चलाया शिक्षा जागरूकता रथ

बालिका शिक्षा के प्रसार के लिए धार, झाबुआ, बड़वानी

एजुकेट गर्ल्स के शिक्षा रथ ने धार, झाबुआ, बड़वानी और अलीराजपुर के 320 गांवों में घूम कर समुदाय को बालिका शिक्षा के प्रति किया जागरूकझाबुआ, धार और अलीराजपुर और बड़वानी के जिन 320 गांवों में पहुंचा शिक्षा रथ, संस्था के कर्मचारियों ने समुदायों को शिक्षा के प्रति किया जागरूक

धार,

मध्य प्रदेश में बालिका शिक्षा के लिए कार्य कर रही गैर-लाभकारी संस्था एजुकेट गर्ल्स ने राज्य के चार जिलों धार, झाबुआ, बड़वानी और अलीराजपुर में बालिका शिक्षा के प्रति समुदायों को जागरूक करने के लिए ‘शिक्षा जागरूकता रथ’ चलाया। एजुकेट गर्ल्स ने ये शिक्षा रथ इन 4 जिलों के 320 गांवों में 15 दिनों तक चलाया गया। शिक्षा रथ का शुभारंभ 16 जून को धार, झाबुआ, बड़वानी तथा अलीराजपुर के जिला कलेक्टरों द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया था। एजुकेट गर्ल्स संस्था हर बालिका की शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित करने के लक्ष्य के साथ मध्य प्रदेश के धार, झाबुआ, बड़वानी और अलीराजपुर जिले में 2016 से कार्य कर रही है।

पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी एजुकेट गर्ल्स मध्य प्रदेश के धार, झाबुआ, बड़वानी और अलीराजपुर जिले में नामांकन अभियान चला रही है। नामांकन अभियान की इसी कड़ी में समुदाय को बालिका शिक्षा के प्रति और अधिक जागरूक करने के लिए संस्था ने 16 जून से नवाचार के रूप में ‘’शिक्षा रथ’’ को इन 4 जिलों के गांवों में रवाना किया था।

एजुकेट गर्ल्स का ये शिक्षा रथ करीब 15 दिनों तक धार, झाबुआ, बड़वानी और अलीराजपुर के 320 से भी अधिक गांवों में घूम-घूमकर समुदायों को जागरूक करता रहा। ‘शिक्षा रथ’ जिस भी गांव में जाता, वहां संस्था के कार्मिक नुक्कड़-नाटक, जागरूकता रैली और मोहल्ला बैठकों के जरिए समुदायों को बालिका शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करते थे। एजुकेट गर्ल्स का ये शिक्षा रथ बड़े एलईडी डिस्पले से लैस थे, जिसमें बालिका शिक्षा के महत्व को लेकर विभिन्न सामग्री गांव वालों को दिखाकर उन्हें जागरूक किया गया।

गांवों में भारी संख्या में लोग शिक्षा रथ को देखने के लिए इकट्ठे होते थे। जहां संस्था की फील्ड टीम ने उन्हें बालिका शिक्षा के प्रति जागरूक करने का कार्य किया। शिक्षा रथ जिस भी गांव में गया, हर जगह उसका स्वागत समुदायों, शिक्षकों और बच्चों द्वारा किया गया।

एजुकेट गर्ल्स संस्था के मध्य प्रदेश के स्टेट ऑपरेशन लीड रंजीत नाथ ने कहा, ‘’एजुकेट गर्ल्स लड़कियों के नामांकन और उनकी शिक्षा में आने वाली सभी रुकावटों को दूर कर उनकी शिक्षा को सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है। हमने जिला प्रशासन तथा जिला शिक्षा केंद्र के साथ मिलकर शिक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करने, शिक्षा के महत्व को प्रसारित करने और स्कूलों में नामांकन सुनिश्चित करने के लिए यह नामांकन अभियान शुरू किया था। मुझे इस बदलाव का हिस्सा बनकर बहुत गर्व हो रहा है और मुझे यकीन है कि इस ”शिक्षा रथ” से कई लड़कियों को फायदा होगा।’’

शिक्षा रथ अभियान को लेकर शिक्षिका माधवी सैनी ने कहा, ‘’नामांकन अभियान के तहत एजुकेट गर्ल्स संस्था साक्षरता के प्रसार के लिए शिक्षा रथ चलाकर जो नवाचार कर रही है, ये कदम निश्चित ही बालिका शिक्षा के प्रसार में एक अहम कड़ी साबित होगा। संस्था को मेरी ओर से शुभकामनाएं। ऐसा नवाचार मैंने अपने पूरा करियर में पहली बार देखा है। शिक्षा रथ समुदाय को जागरूक करने का बहुत अच्छा साधन है।’’

एजुकेट गर्ल्स के बारे में : एजुकेट गर्ल्स एक गैर-लाभकारी संस्था है, जो भारत के सबसे दूर दराज और ग्रामीण इलाकों में बालिकाओं की शिक्षा के लिए समुदायों को प्रेरित करती है। सरकार के साथ साझेदारी में काम करते हुए एजुकेट गर्ल्स वर्तमान में राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के 21,000 से अधिक गांवों में सफलतापूर्वक कार्यरत है। सामुदायिक स्वयंसेवकों की बड़ी संख्या को सहभागी बनाते हुए, एजुकेट गर्ल्स स्कूल से वंचित बालिकाओं की पहचान, नामांकन, और स्कूलों में ठहराव बनाए रखने और सभी बच्चों (बालिकाओं और बालकों) के लिए साक्षरता और अंक गणितीय योग्यता में बुनियादी सुधार के लिए मदद करती है।

ये भी पढ़ें...
क्रिकेट लाइव स्कोर
स्टॉक मार्केट