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एमपी के इस शहर में पेट्रोल की कीमत 90 रुपए के पार, इसलिए बढ़ रहे भाव

इंदौर। लगातार हो रही पेट्रोल और डीजल की मूल्य वृद्धि के बाद अब आम इंसान की कमर झुक सी गई है। कोरोना के चलते विगत कई माह से रोजगार से दूर आम आदमी के ऊपर केंद्र सरकार ने महँगाई का एक ओर बोझ डाल दिया है। लगातार हो रही पेट्रोल और डीजल की मूल्य वृद्धि के चलते रोजमर्रा में उपयोग आने वाली चीजों के भी दाम बढ़ने की आशंका बढ़ गई है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम भले कम हो लेकिन केन्द्र ने अपने लाभ के लिए आम इंसान की मजबूरी को ही अपना लाभ का धंधा बना लिया है।

बढ़ते तेल भाव कम करने और मंहगाई दर हटाने का वादा कर सत्ता में आई मोदी सरकार अपने वादे से शायद पलटती नजर आ रही है। विश्व स्तरीय महामारी कोरौना के बाद एक और जहां अंतर्राष्ट्रीय बाजारों मैं क्रूड आईल के दाम निचले स्तर पर पहुंच गए थे वही इसके बावजूद भी केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने पेट्रोल और डीजल में मूल्य वृद्धि का सिलसिला जारी रखा। अकेले मध्य प्रदेश की बात करे तो यहां अन्य राज्यों से अधिक दाम पर पेट्रोल और डीजल बेचा जा रहा है। आज इंदौर में जहां पेट्रोल 90 से ऊपर रहा तो वही डीजल के भाव मैं भी वृद्धि देखने को मिली 80 का आंकड़ा गए डीजल ने आम जनता की भी मुश्किलें बढ़ा दी है, क्यों की मालवाहक वाहन और पब्लिक ट्रांसपोर्ट इसी पर निर्भर है।

इंदौर सहित समूचे देश में हो रही मूल्य वृद्धि के चलते इसका असर अब आम घरेलू चीजों पर भी देखने को मिल रहा है। एक ओर जहां मालवाहक वाहनों के भाड़े पर इसका असर पड़ेगा वही पब्लिक ट्रांसपोर्ट के भी दामों में आगामी दिनों में मूल्य वृद्धि देखी जा सकती है। आम दिनों के मुकाबले कोरोना महामारी के बीच आम इंसान महँगाई को नजर अंदाज करता दिख रहा है, या ये कहे की इस ओर सिस्टम मैं बैठे मातहतों ने भी अपनी आंखे बंद कर रखी है।