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मुख्यमंत्री शिवराज: बाल आशीर्वाद योजना में अब अन्य अनाथ बच्चों को भी मिलेगी पेंशन

भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि कोविड संक्रमण (covid infection) के दौरान माता-पिता की मृत्यु होने से अनाथ बच्चों के लिए लागू पेंशन योजना (Pension scheme implemented for orphan children) के दायरे में अब ऐसे अन्य अनाथ बच्चों को भी शामिल किया जाएगा, जिनके माता-पिता नहीं है।

21 हजार कन्याओं का विवाह कराकर समाज-सेवा का जो इतिहास बनाया

मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्री भार्गव केवल राजनेता ही नहीं समाज-सेवक और विकास पुरूष भी है। प्रदेश के विकास के लिए वे सदैव प्रयत्नशील रहते है। उन्होंने 21 हजार कन्याओं का विवाह कराकर समाज-सेवा का जो इतिहास बनाया, वह अनुकरणीय है। उन पर हम सभी को गर्व है। भार्गव ने यह सिद्ध किया कि राजनीति पेशा नहीं समाज-सेवा है। मुख्यमंत्री ने विवाह समारोह को सामाजिक सेवा का महाकुंभ भी बताया, जिसमें एक लाख से अधिक लोग शामिल हुए।

बड़ी योजना “लाड़ली बहना” शुरू की गई है

उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार का लक्ष्य है कि सभी बेटियाँ सुखी रहें। कोई भी माता-पिता अपनी बेटी के विवाह को लेकर परेशान नहीं हो। प्रदेश सरकार ने बेटियों के जन्म से लेकर पढ़ाई और फिर बाद में विवाह के लिए योजना लागू की है। अब महिलाओं के कल्याण की सबसे बड़ी योजना “लाड़ली बहना” शुरू की गई है, जिससे पात्र सभी महिलाओं के बैंक खाते में एक हजार रुपये प्रतिमाह राशि डाली जायेगी। बेटियों, बहनों और महिलाओं के चेहरे पर मुस्कुराहट लाना मध्यप्रदेश सरकार का प्रमुख लक्ष्य है। लाड़ली बहना योजना में शामिल होने के लिए महिलाओं को यहाँ-वहाँ भटकने की जरूरत नहीं होगी, गाँव, शहर के वार्डों में शिविर लगाकर आवेदन लिए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने विवाह समारोह में शामिल सभी नव-दंपतियों को सुखी और सफल जीवन की शुभकामनाएँ देते हुए आशीर्वाद दिया। साथ ही यह भी कहा कि किसी भी तकलीफ में अकेले गोपाल भार्गव ही नहीं, मामा शिवराज सिंह भी उनके साथ खड़ा रहेगा। मुख्यमंत्री तथा अन्य अतिथियों ने नव-दंपतियों का पुष्प-वर्षा कर अभिवादन किया और प्रतीक स्वरूप कुछ दंपत्ति को उपहार सामग्री भेंट की। मुख्यमंत्री ने सामूहिक विवाह महायज्ञ के लिए मंत्री भार्गव का भी स्वागत-अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने मंत्री गोपाल भार्गव की मांग पर शाहपुर में डिग्री कॉलेज स्वीकृत करने की घोषणा भी की।

आर्थिक तंगी के अभाव में पीले नहीं हो पा रहे

मंत्री गोपाल भार्गव ने बताया कि बीस साल पहले मुख्यमंत्री चौहान और उन्होंने गरीब कन्याओं के विवाह संपन्न कराने की शुरूआत थी। उन्होंने बताया कि 20 साल पहले मैंने छोटे रूप में इसकी शुरूआत की थी, जो अब विशाल स्वरूप ले चुका है। प्रदेश की एक भी बेटी ऐसी नहीं होना चाहिए, जिसके हाथ आर्थिक तंगी के अभाव में पीले नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने परिणय-सूत्र में बंधने वाली बेटियों से कहा कि जब तक गोपाल भार्गव जीवित है, धर्मपिता के रूप में वह आपके काम आयेगा। अब मध्यप्रदेश का कोई भी गरीब चाहेगा तो उनकी बेटी का विवाह वे संपन्न कराएंगे।

प्रारंभ में मंत्री भार्गव ने मुख्यमंत्री को स्मृति-चिन्ह भेंट किया। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में हुए इस भव्य समारोह में नव-दंपतियों और उनके परिवार में भारी उत्साह देखा गया।

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