देश में 10 वी 12 वी CBSE के परीक्षा के रिजल्ट के समय बच्चे डरे सहमे रहते है। रिजल्ट आने के बाद जो बच्चे पास हो जाते वो ख़ुशी में डूब जाते है। दूसरी तरफ जो बच्चे फ़ैल हो जाते है या किसी बच्चे के कम नंबर आते है, तो बच्चे ये सदमा सहन नहीं कर पाते है। रिजल्ट आने के बाद कई बच्चों की आत्महत्या करने जैसी घटनाए सामने आती है।
इसी को देखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में की गयी सिफारिशों के पर ‘कंपार्टमेंट’ परीक्षा का नाम बदलकर ‘पूरक’ परीक्षा करने का फैसला किया है। वही केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड [CBSE] ने विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षाओं में अपना रिजल्ट सुधारने के लिए यह अवसर देने का निर्णय लिया है।

CBSE परीक्षा 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को एक सब्जेक्ट में अपने अंकों में सुधार लाने का मौका प्राप्त होगा।
बतादें कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड CBSE के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज का कहना है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) में की गयी सिफारिशों के आधार पर CBSE ने कंपार्टमेंट परीक्षा का नाम बदलकर पूरक परीक्षा Supplementary कर दिया है। बतादें कि इससे विद्यार्थियों को Supplementary Exam परीक्षाओं में अपने रिजल्ट में इम्प्रोवेर्मेंट करने के लिए और अधिक अवसर दिए जाएंगे।
साथ ही 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों को पूरक परीक्षाओं Supplementary Exam में दो विषयों में जबकि 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को एक सब्जेक्ट में अपने अंकों में सुधार लाने का मौका प्राप्त होगा। इसी के साथ भारद्वाज ने आगे कहा कि जिन छात्रों को पूरक Supplementary श्रेणी में रखा गया है और जो अपने प्रदर्शन में सुधार करना चाहते हैं, उन स्टूडेंट्स के लिए परीक्षा जुलाई में आयोजित की जाएगी। तारीखों की घोषणा जल्द की जाएगी।