आरती शर्मा- छाछ, मट्ठा (Buttermilk) एक पेय है जो दही से बनता है। यह मूलत: दही को मथनी से मथकर घी निकालने पर बचे हुए द्रव को छाछ कहते थे।
गर्मी में छाछ (Buttermilk) पीने का मजा ही अलग है। यह पेट के लिए काफी फायदेमंद होती है, साथ ही कई सारी स्वास्थ्य समस्याओं से राहत देती है। इसलिए भोजन करने पर मट्ठा (Buttermilk) पीना स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना जाता है। भारत में कई जगह इसे मट्ठा भी कहा जाता है। कुछ लोग छाछ में नमक मिलाकर पीना पसंद करते हैं, मगर ये बहुत बड़ी गलती है। छाछ में नमक मिलाकर पीना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। इसका बुरा असर सीधा पेट पर पड़ता है। इसलिए नमक की जगह छाछ (Buttermilk) में अन्य चीजें मिलाकर पीनी चाहिए।
छाछ पीने के फायदे
छाछ (Buttermilk) पीने से कौन-से फायदे मिलते हैं? छाछ में कार्बोहाइड्रेट, कई तरह के विटामिन्स, प्रोटीन, पोटैशियम, फॉस्फोरस, गुड बैक्टीरिया, लैक्टिक एसिड, कैल्शियम आदि मौजूद होते हैं ये सभी चीजें एनर्जी देने, स्वस्थ पेट और आंतें, मजबूत हड्डियां जैसे लाभ मिलते हैं। जो संपूर्ण सेहत को किसी ना किसी रूप में लाभ पहुंचाते हैं।
इसमें होते है हेल्दी बैक्टीरिया
छाछ (Buttermilk) के अंदर बहुत सारे हेल्दी बैक्टीरिया होते हैं, जो नियंत्रित मात्रा में गट हेल्थ के लिए अच्छे माने जाते हैं। इन्हें प्रोबायोटिक्स कहा जाता है। लेकिन इस ड्रिंक में नमक मिलाने से प्रोबायोटिक्स का असर कम हो जाता है रोग प्रतिरोधक क्षमता को बूस्ट करने के लिए भी आप छाछ का सेवन कर सकते हैं।
प्रोबायोटिक्स को ख़त्म करता है नमक
नमक मिलाने से कुछ हेल्दी बैक्टीरिया के लिए खतरनाक वातावरण बन जाता है, जिसके कारण प्रोबायोटिक्स का असर काम होने लगता हैं और मर भी सकते हैं। और छाछ में पानी अधिक मात्रा में पाया जाता है, जिससे शरीर में पानी की कमी भी नहीं होती है और आप डिहाइड्रेशन से बचे रहते हैं।
फिर छाछ में क्या मिलाकर पीना चाहिए?
जीरा पाउडर, पुदीने की सूखी पत्तियों का पाउडर, धनिया के पत्ते इन सबको छाछ में मिलाकर पीने से इसका स्वाद बढ़ जाता है और हेल्थ के लिए भी लाभकारी होता है।
पेट को होगा भारी नुकसान
जब गट के हेल्दी बैक्टीरिया असंतुलित हो जाते हैं, तो पेट को सबसे भारी नुकसान होता है। जिससे आपको गैस, पेट फूलना, वजन में अचानक बदलाव आना, त्वचा की समस्याएं, मूड स्विंग, इंसोम्निया, थकान, मीठा खाने की इच्छा जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।