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अमरनाथ यात्रा पर जाने से पहले देखें यह खबर, 12756 फीट यात्रा की तैयारी से लेकर सफर और वापसी तक, पढ़ें पूरी जानकारी

अमरनाथ यात्रा पर जाने से पहले देखें यह खबर

मृदुभाषी स्पेशल स्टोरी/ नितिन आजाद

बाबा बर्फानी अमरनाथ यात्रा को लेकर तारीखों की घोषणा हो चुकी है। यह धार्मिक यात्रा हर साल आयोजित की जाती है। अमरनाथ यात्रा में हजारों भक्त देश-विदेश से शामिल होते हैं। बाबा बर्फानी की गुफा समुद्र तल से 12,756 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और राजधानी श्रीनगर से लगभग 141 किमी दूरी पर है। यात्रा शारीरिक रूप से मुश्किल है, जिसके लिए अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले भक्तों को दो-तीन माह पहले से ही अपनी फिटनेस पर ध्यान देना चाहिए। अमरनाथ यात्रा को दो रास्तों से हो सकती है। जिसमें एक बलताल से और दूसरी पहलगाम से अमरनाथ की यात्रा की जा सकती है।

अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी

  1. अमरनाथ श्राइन बोर्ड द्वारा यात्रा से पहले राज्यों के प्रमुख शहरों के डॉक्टरों की सूची जारी की जाती है, जिनसे अपना मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र लेना जरूरी होता है, जो यह बताता है कि आप शारीरिक रूप से अमरनाथ यात्रा करने के लिए फिट हैं।
  2. यात्रा के दौरान आवश्यक दस्तावेज साथ ले जाना नहीं भूले जिनमें पहचान के लिए वोटर आई.डी., ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, आदि अपने पास हमेशा रखें

अमरनाथ यात्रा शारीरिक स्वास्थ्य आवश्यकताएं – Physical Fitness

अमरनाथ यात्रा पर जाने के लिए आपको शारीरिक रूप से फिट होने की जरूरत है। यात्रा शुरू करने से पहले 2 से 3 सप्ताह तक हर दिन कम से कम 6 किलोमीटर पैदल चलें और योगा और साइकिलिंग करें। गहरी सांस लेने के व्यायाम से भी मदद मिलेगी। यदि आप फेफड़ों के रोगों, हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग से पीड़ित हैं, तो अमरनाथ यात्रा पर जाने से पहले डॉक्टर की राय लेना ठीक रहेगा।

जरुरी स्वास्थ्य सलाह

बाबा बर्फानी की गुफा 13,500 फीट की ऊंचाई पर हैं, जहाँ मौसम बहुत ही ठंडा होता है, वहीं हवा का दबाव कम है और ऑक्सीजन की कमी रहती है, आप तेज़ यू.वी. विकिरणों के संपर्क में रहते हैं। इसलिए, आपको जी मचलना, सिरदर्द, उल्टी और सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याएं महसूस हो सकती हैं।
किसी पुरानी बीमारी से पीडि.त है तो रखे ध्यान

  1. यदि आपको किसी भी तरह की बीमारी है तो अपने साथी यात्री और अधिकारियों को बताएं । इस यात्रा को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
  2. इतनी ऊंचाई पर बीमार महसूस होता हैं, तो तुरंत कम ऊंचाई पर जाएँ और चेकअप अपना चेकअप करवाएं।
  3. यात्रा से एक माह पहले से धूम्रपान और शराब या कैफीन का सेवन बिल्कुल न करें।

श्रीनगर से पहलगाम और बालटाल कैसे पहुंचे

अमरनाथ तीर्थयात्रियों के लिए दो रास्ते तय किए जाते हैं – पहलगाम और बालटाल से। ये दोनों मार्ग सभी जाने-माने शहरों से से जुड़े हुए हैं, लेकिन फिर भी बहुत से यात्रियों को श्रीनगर से यात्रा शुरू करना पसंद है। इसका प्रमुख कारण श्रीनगर हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड की आसान पहुंच है।

• श्रीनगर से पहलगाम – श्रीनगर से पहलगाम की दूरी 88 किमी है। इन दोनों शहरों के बीच बहुत सी शेयर्ड कैब्स चलती है। श्रीनगर से पहलगाम पहुंचने में 2 घंटे 18 मिनट लगते है।
• श्रीनगर से बालटाल – श्रीनगर से बालटाल के लिए सीधी टैक्सी मिलती है। यह आपको राष्ट्रीय राजमार्ग 1 के माध्यम से लगभग 3 घंटे 14 मिनट (95.2 किमी) में पहुंचा देती है।

बालटाल से अमरनाथ गुफा की यात्रा

  1. पैदल
    ट्रेक बलताल बेस कैंप से शुरू होता है, जो अमरनाथ गुफा से लगभग 14 किमी दूर है। बुलंद रास्तों और सीधी चढ़ाई के कारण इस मार्ग पर ट्रैकिंग करना बहुत चुनौतीपूर्ण है। पहला पड़ाव, डोमेल बेस कैंप से लगभग 2 किमी दूर है और अगला पड़ाव बरारी मार्ग है, जो डोमेल से 5 किमी दूर है। लगभग 4 किमी की ट्रैकिंग के बाद आप संगम पहुंचेंगे। और एक फिर से 3 किमी ट्रेक के बाद, आप अमरनाथ गुफा तक पहुंचेंगे।
    • ट्रैकिंग मार्ग: बलताल – डोमेल – बरारी मार्ग – संगम – अमरनाथ
  2. बालटाल से हेलीकॉप्टर

यह बालटाल से अमरनाथ की गुफा तक पहुंचने के लिए आप नीलग्रथ हेलिपैड (नीलग्रथ- पंजतरणी) से हेलिकॉप्टर पर चढ़ सकते हैं। हेलीपैड से गुफा 6 किमी की दूरी पर है। तीर्थयात्री पंजतरणी हेलीपैड से गुफा तक पहुंचने के लिए ट्रेक या पोनी / पालकी लें सकते हैं। टिकट श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट से बुक किए जा सकते हैं।

पहलगाम से अमरनाथ गुफा तक तीर्थ यात्रा

  1. पैदल
    पहलगाम अमरनाथ ट्रैक का बेस कैंप है, जो अमरनाथ गुफा से 47 किमी की दूरी पर है। सभी यात्री पहलगाम से अमरनाथ तक की यात्रा पैदल कर सकते हैं। पहला पड़ाव चंदनवारी के बेस कैंप से लगभग 16 किमी दूर है, जिसके बाद असली ट्रैक शुरू होता है। अगला पड़ाव 3 किमी पर पिस्सु टॉप है जिसके बाद, आप 9 किलोमीटर की दूरी पर शेषनाग पहुचंते हैं।
    शेषनाग के बाद पंजतरणी आता है, जो 14 किमी दूर है। 6 किमी और चलने के बाद, आप अमरनाथ की गुफा में पहुंचेंगे। पहलगाम से अमरनाथ की गुफा तक पहुंचने में 3 से 5 दिन का समय लगेगा।
  2. हेलीकॉप्टर
    पहलगाम हेलीपैड (पहलगाम-पंजतरणी सेक्टर) से गुफ से 6 किमी दूरी तक हेलीकॉप्टर तक पहुंचा जा सकता है । गुफा हेलीपैड से 6 किमी दूरी तीर्थयात्री पैदल, टट्टू या पालकी से कर सकते है। टिकट श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट से बुक की जा सकती हैं। अमरनाथ गुफा तक आप हेलीकाप्टर से भी जा सकते हैं हालांकि यह आपको गुफा से 6 किमी दूर छोड़ेगा। इसका टिकट बुक करने के लिए आपको हेलीकॉप्टर कंपनियों की वेबसाइट पर जाना होगा. टिकट की अनुमानित कीमत 1445 रुपये से 4710 रुपये तक जाती है.

प्रकृति की गोद में बसा पहलगाम

प्रकृति की गोद में बसे पहलगाम से अमरनाथ यात्रा की शुरुआत होती है कोई यात्री यात्रा खच्चरों पर करता है, जबकि बाकी लोग पैदल ही यह यात्रा करते हैं। पहलगाम से पवित्रा गुफा तक का मार्ग संसार की सुंदरतम पर्वत मालाओं का मार्ग है । इसमें हिमानी घाटियां, ऊंचाई से गिरते जलप्रपात, बर्फ से ढंके सरोवर, उनसे निकलती सरिताएं, फिर उन्हें पार करने के लिए प्रकृति द्वारा निर्मित बर्फ के पुल। सब मिलकर प्रकृति का ऐसा सौंदर्या देखने को मिलता है।यात्रा के दौरान यात्री इन सबको मंत्रमुग्ध होकर देखता है और प्रकृति की गोद में विचरता हुआ, मनमोहक प्राकृतिक छटा का आनंद पाता है और वातावरण में अजीब-सी शांति महसूस करता है।

पहलगाम से 16 किमी की दूरी पर स्थित है चंदनवाड़ी, 9500 फुट की ऊंचाई पर पहाड़ी नदियों के संगम पर एक सुरम्य घाटी है और लिद्दर नदी पर बना बर्फ का पुल आकर्षण का मुख्य केंद्र होता है। यहीं पर जलपान करके तथा थोड़ा विश्राम करके आगे की कठिन चढ़ाई ‘पिस्सू घाटी’ की ओर बढ़ा जाता है। पहलगाम से चंदनवाड़ी कार या टैक्सी में एक घंटे के भीतर पहुंचा जा सकता है क्योंकि यह रास्ता वाहन योग्य है।

यात्रा का दूसरा चरण दुर्गम

चंदनवाड़ी से 13 किमी दूर है शेषनाग नामक स्थान है। पिस्सू टाप की कठिन चढ़ाई पार कर जोजापाल नामक चारागाह से गुजरते हुए लिद्दर के किनारे-किनारे चलते हुए शेषनाग पहुंचा जा सकता है। यहां पर झील का सौंदर्य अद्धभुत है। शेषनाग झील 12200 फुट की ऊंचाई पर हिमशिखरों के बीच घिरी यह हिम से आच्छादित झील, लिद्दर नदी का उद्गम स्थल है।

यहां रात्रि में लोग टेंटों की बस्ती में विश्राम करके आगे की यात्रा आरंभ करते हैं, यहां के हिममिश्रित जल से स्नान करने के बाद चढ़ाई से हुई सारी थकावट दूर हो जाती है। फिर यहीं से यात्रा का दूसरा व दुर्गम चरण आंरभ होता है, 13 किमी दूर पंजतरणी की ओर। फिर से शुरू होती है एक ओर कठिन चढ़ाई। महागुनस शिखर की ओर जो 14800 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। इस शिखर पर ऑक्सीजन की कमी है क्योंकि अमरनाथ यात्रा के दौरान यही शिखर सबसे ऊंचा है।

ऑक्सीजन की कमी के कारण सांस फूलता है। जगह-जगह चिकित्सा संबंधी सहायता भी उपलब्ध रहती है। शिखर पर चढ़ने के उपरांत पोशपथरी को पार करके 12500 फुट की ऊंचाई पर भैरव पर्वत के दामन में है पांच नदियों अर्थात् पंजतरणी। यहां पर यात्री रात को विश्राम करते हैं और प्रातःकाल भक्त पवित्र धाराओं में स्नान करके आगे की ओर बढ़ते हैं गुफा की ओर जो पंजतरणी से मात्र 6 किमी की दूरी पर है।

भयानक और सुंदर रास्ता

पंजतरणी से गुफा तक के मार्ग में पुनः दुर्गम चढ़ाई का सामना करना पड़ता है। रास्ता भयानक और सुंदर भी है। पगडंडी से नीचे नजर जाते ही खाईयों में बहती हिम नदी को देख कर डर लगता है। फिर एक मोड़ से गुफा का दूर से दर्शन होने पर लोग उत्साहित हो जय-जयकार करते बर्फ के पुल को पार करके पहुंचते हैं ।

यहीं से स्नान करके लोग लगभग 100 फुट चौड़ी तथा 150 फुट लंबी उस पवित्र गुफा में जाते हैं, जहां प्राकृतिक पीठ पर हिम निर्मित शिवलिंगम के दर्शन पाकर लोग अपने आप को धन्य समझते हैं। यही हिमलिंग तथा लिंगपीठ ठोस बर्फ का होता है जबकि गुफा के बाहर मीलों तक सर्वत्र कच्ची बर्फ ही मिलती है।

गुफा में जहां-तहां पानी की बूंदे टपकती रहती हैं लेकिन शिवलिंग एक विशेष स्थान पर बनता है और यह लिंग चंद्र की कलाओं के साथ घटता-बढ़ता है। पूर्णिमा को पूर्ण और अमावस को विलीन हो जाता है। गुफा में पार्वती तथा तथा गणेश जी के प्रतीक लिंग भी देखने को मिलते हैं और फिर दर्शनों की आस को पूरी करक लोग वापसी की राह पकड़ लेते हैं। वैसे सोनमार्ग-बालटाल से भी एक रास्ता है जिससे एक दिन में यह यात्रा पूरी की जा सकती है।

बालटाल से अमरनाथ गुफा तक की कीमत प्रति व्यक्ति का मूल्य (अनुमानित)

बालटाल से अमरनाथ पिठू की कीमत (दोनों तरफ) 2430 रुपए
बालटाल से अमरनाथ पिठू की कीमत (एक तरफ) 1400 रुपए
अमरनाथ गुफा से बालटाल पिठू की कीमत (एक तरफ) 950 रुपए
बालटाल से अमरनाथ टट्टू की कीमत (दोनों तरफ) 4150 रुपए
बालटाल से अमरनाथ गुफा पोनी की कीमत (एक तरफ) 2700 रुपए
अमरनाथ गुफा से बालटाल टट्टू की कीमत (एक तरफ) 1850 रुपए
बालटाल से अमरनाथ डोली की कीमत (दोनों तरफ) 15000 रुपए
बालटाल से अमरनाथ डोली की कीमत (एक तरफ) 9000 रुपए
अमरनाथ गुफा से बालटाल डोली की कीमत (एक तरफ) 4700 रुपए

अमरनाथ यात्रा के लिए लाभदायक टिप्स

यदि आप 13 वर्ष से कम उम्र के बच्चों और 75 वर्ष और उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के साथ यात्रा कर रहे हैं, तो ट्रेकिंग से बचें। छह सप्ताह की गर्भवती महिलाओं को यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं है।

• चावल, रोटी, इडली, डोसा, मेवे और चॉकलेट जैसे मुफ्त भोजन और पानी की सेवाएं पूरी यात्रा के दौरान मिलेंगी |
• पहलगाम के नुवान बेस कैंप में को ठंड से बचने के लिए चटाई और कंबल दिए जाते हैं। लेकिन ज्यादा उम्मीदें न रखें।
• जम्मू और कश्मीर में ठंड है, इसलिए ऊनी कपड़े, जैकेट, टोपी, दस्ताने ले जाना ना भूलें । एक हवा से बचने की जैकेट, रेनकोट और एक मशाल काम आ सकती है।
• प्लास्टिक या रबर से बने बारिश से बचने वाले जूते लाएं। उनकी पकड़ अच्छी होती है और आपको पानी और बर्फ से भी बचाती है।
• गुफाओं के अंदर तस्वीर खींचना और कूड़ा फैलाना सख्त मना है | नियमों का पालन करें।
• तंबू में शौचालय नहीं है इसलिए आपको सामान्य शौचालयों का इस्तेमाल करना पड़ेगा । अपने साथ टॉयलेट पेपर, साबुन, नैपकिन आदि ले जाएं। आपको शौचालय के उपयोग के लिए गर्म पानी की बोतल मिल सकती है जिसके लिए आपको अलग से पैसे देने पड़ेंगे।
• मौसम की वजह से हेलीकॉप्टर की सवारी रुक सकती है इसलिए उसी दिन पंचतरणी में रहने के लिए तैयार रहें।
• इससे पहले कि आप ट्रेक शुरू करें, अपने साथियों के साथ एक रास्ता तय करें यदि कोई भी खो जाता है / विदा हो जाता है।
• हर एक टोली के एक-एक व्यक्ति के पास हेलीकॉप्टर की टिकट,अन्य होटल वाउचर के प्रिंट आउट होने चाहिए।
• बलताल, पंचतरणी और गुफा इलाकों में मोबाइल फोन काम नहीं करते हैं। केवल बीएसएनएल नेटवर्क ही काम करता है। कोई लोकल / एसटीडी / आईएसडी बूथ नहीं हैं। अपने साथ अपने घर से बीएसएनएल के सिम कार्ड ले जाना याद रखें।

अमरनाथ यात्रा पर ले जाने के लिए चीजें

• गर्म कपड़े और ऊनी टोपी और मोज़े
• हवा से बचने की जैकेटजैकेट
• सनस्क्रीन और कीड़ों से बचने की क्रीम
• पानी से बचाने वाले जूते और कोट
• ट्रेकिंग करने के लिए लाठी
• स्टील की पानी की बोतल
• आपातकालीन स्थितियों के लिए फर्स्ट ऐड किट
• अधिक बैटरी के साथ टोर्च
• हैंड सैनिटाइजर और हाथ धोने वाली साबुन की बोतल

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