चीन में कोरोना से तबाही जारी है. इससे दुनिया पर एक बार फिर से कोरोना का वैसा ही संकट आने का खतरा बढ़ गया है, जैसा तीन साल पहले आया था. कोरोना की नई लहर के खतरे के बीच भारत में जल्द ही इंट्रानेजल वैक्सीन भी लगनी शुरू हो सकती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोविड वैक्सीन पर बनी एक्सपर्ट कमेटी ने भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन को बूस्टर डोज के तौर पर लगाने की मंजूरी देने की सिफारिश की है.
बतादें कि कोवैक्सिन बनाने वाली हैदराबाद की भारत बायोटेक ने इसे बनाया है। नाक से ली जाने वाली इस वैक्सीन को बूस्टर डोज के तौर पर लगाया जा सकेगा। सबसे पहले इसे प्राइवेट अस्पतालों में उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए लोगों को पैसे देने होंगे। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इसे आज से ही कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम में शामिल कर लिया गया है।
भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन का नाम iNCOVACC रखा गया है। पहले इसे BBV154 कहा गया था। इसे नाक के जरिए शरीर में पहुंचाया जाएगा। इसकी खास बात यह है कि शरीर में जाते ही यह कोरोना के इन्फेक्शन और ट्रांसमिशन दोनों को ब्लॉक करती है। इस वैक्सीन में इंजेक्शन की जरूरत नहीं पड़ती। साथ ही हेल्थकेयर वर्कर्स को भी खास ट्रेनिंग की जरूरत नहीं पड़ेगी।
इधर, भारत में कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया आज दोपहर 3 बजे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मीटिंग में कोविड की स्थिति और तैयारियों पर चर्चा होगी। इसके साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय नए साल और आगामी त्योहारों के मद्देनजर के लिए एक नई सलाह जारी कर सकता है।