नई दिल्ली: समाचार चैनल एनडीटीवी के वरिष्ठ कार्यकारी संपादक रवीश कुमार ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. रवीश कुमार एनडीटीवी (हिंदी) के सबसे लोकप्रिय चेहरे में शुमार किए जाते हैं. पत्रकारिता जगत में अपने योगदान के लिए रवीश कुमार साल 2019 में रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किए जा चुके हैं. इसके अलावा उन्हें दो बार रामनाथ गोयनका उत्कृष्टता पुरस्कार से भी नवाज़ा गया. हिन्दी पत्रकारिता के बहेद लोकप्रिय पत्रकार रविश कुमार ने अपने कार्यकाल के दौरान कई प्रोग्राम होस्ट किए, जिनमें हम लोग, रवीश की रिपोर्ट, देश की बात और प्राइम टाइम शामिल हैं.
बतादें कि बहुचर्चित पत्रकार रवीश कुमार ने बुधवार (30 नवंबर) को एनडीटीवी से इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद से वे लगातार ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं. बीते दिन एनडीटीवी के संस्थापक प्रणय रॉय और उनकी पत्नी राधिका रॉय ने प्रवर्तक समूह की इकाई आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक पद से इस्तीफा दिया था. दरअसल, अडाणी समूह अब इस समाचार चैनल के अधिग्रहण के करीब पहुंच चुका है.
इस घटनाक्रम के बीच रॉय दंपति ने आरआरपीआर होल्डिंग के निदेशक पद से इस्तीफा दिया. वहीं अब रवीश कुमार ने भी चैनल छोड़ दिया है. अडाणी समूह ने आरआरपीआर का अधिग्रहण कर लिया था. आरआरपीआर के पास एनडीटीवी की 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी है. हालांकि, रॉय दंपति के पास प्रवर्तक के रूप में एनडीटीवी में अब भी 32.26 प्रतिशत की हिस्सेदारी है और उन्होंने समाचार चैनल के निदेशक मंडल से इस्तीफा नहीं दिया है.
नए निदेशकों की हुई नियुक्ति
प्रणय रॉय एनडीटीवी के चेयरपर्सन और राधिका रॉय कार्यकारी निदेशक हैं. एनडीटीवी ने मंगलवार को शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा था कि प्रणय और राधिका रॉय ने आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड (आरआरपीआरएच) के निदेशक मंडल से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है. एनडीटीवी ने कहा कि आरआरपीआर होल्डिंग के निदेशक मंडल ने सुदिप्त भट्टाचार्य, संजय पुगलिया और सेंतिल सिन्नैया चेंगलवारायण की बोर्ड में तत्काल प्रभाव से निदेशक के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दे दी है.
आरआरपीआरएच के निदेशक मंडल की मंगलवार को हुई बैठक में इन नियुक्तियों और इस्तीफों को मंजूरी दी गई. अडाणी समूह ने इस सप्ताह आरआरपीआर होल्डिंग्स का नियंत्रण हासिल कर लिया है. भट्टाचार्य, पुगलिया और चेंगलवारायण कंपनी में अडाणी समूह की ओर से मनोनीत किए गए हैं. रॉय दंपति ने 2009 में रिलायंस इंडस्ट्रीज से जुड़ी एक कंपनी से 400 करोड़ रुपये का ब्याज-मुक्त ऋण लिया था. यह कंपनी विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (वीसीपीएल) थी. इस कर्ज के बदले वीसीपीएल को वॉरंट को आरआरपीआर होल्डिंग्स के शेयर में बदलने का अधिकार मिल गया था. आरआरपीआर होल्डिंग्स के पास एनडीटीवी की 29.2 प्रतिशत हिस्सेदारी है.