महिला हॉकी के सेमीफाइनल मैच में पेनल्टी शूटआउट के दौरान रेफरी की गलती के चलते ऑस्ट्रेलियाई टीम को पहला गोल करने के लिए दो मौके मिले थे। इस वजह से भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद इस मामले पर जमकर बवाल हुआ और अब एफआईएच ने पूरे मामले पर माफी मांगी है और इस घटना की समीक्षा करने की बात कही है।
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Toggleभारतीय महिला हॉकी टीम के साथ अन्याय !
पेनल्टी शूटआउट के दौरान अपना पहला प्रयास चूकने वाली ऑस्ट्रेलिया की रोजी मेलोन को एक और मौका दिया गया, क्योंकि स्कोरबोर्ड पर आठ सेकंड की उलटी गिनती शुरू नहीं हुई थी। मेलोन दूसरा मौका मिलने पर नहीं चूकीं और उन्होंने अपनी टीम को बढ़त दिला दी। इसका नतीजा यह हुआ कि भारतीय खिलाड़ियों का मनोबल टूट गया और भारतीय टीम पेनल्टी शूटआउट में 3-0 से हार गई। इंटरनेट पर लोगों ने इस मैच को लेकर काफी ग़ुस्सा और दुःख दोनों जताया है।
मैच के बाद रोने लगीं कप्तान सविता पूनिया
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच हारने के बाद भारतीय खिलाड़ी रो पड़ीं। कप्तान सविता पूनिया से मैच के बाद जब सवाल पूछे गए तो उनकी आंखों में आंसू थे। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह खेल का हिस्सा है और हम इसमें कुछ नहीं कर सकते। इसे मैनेजमेंट को देखना है। वहीं, भारतीय टीम की कोच शोपमैन ने साफतौर पर आयोजकों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए। उस एक घटना से मनोबल टूटा और हम हार गए।