नई दिल्ली। चार फरवरी को हर साल दुनिया भर में विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के प्रति जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से इस दिवस के मनाया जाता है। इस दिन दुनिया भर में कैंसर के प्रति जागरुकता फैलाने और इसके संकेतों को लोगों तक पहुंचाने के लिए कई तरह के कार्यक्रम रखे जाते हैं ताकि लोग सही समय पर इसकी पहचान कर सकें।
1933 में विश्व स्वास्थ्य संगठन की पहल पर कैंसर दिवस को मनाने की पहल की गई थी। तबसे अब तक हर साल कैंसर दिवस पर नई थीम जारी की जाती है जिसके तहत कैंसर को लेकर गलतफहमियां दूर करने और जनता को कैंसर के खतरों के बारे में जागरुक करने के साथ साथ इसके लक्षणों और बचाव के बारे में जानकारी देने के लिए यह दिन मनाया जाता है।
इस साल विश्व कैंसर दिवस को क्लोज द केयर गैप (Close The Care Gap ) थीम के साथ मनाया जा रहा है। कैंसर ऐसी बीमारी है जिसका नाम सुनते ही शरीर में सिहरन दौड़ जाती है, कष्टदायी कीमोथैरेपी, सर्जरी की कल्पना से ही लोग डर जाते हैं। लंबे इलाज के बाद कुछ का जीवन बच पाता तो कई लोग इलाज के बावजूद इस साइलेंट किलर की चपेट में आकर अपनी जान गवां बैठते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन भी कैंसर को एक जानलेवा बीमारी मान चुका है।
WHO के मुताबिक हर 10 में एक भारतीय को कैंसर होने की आंशका बनी रहती है और 2025 तक तो देश के 16 लाख लोग कैंसर का शिकार हो सकते हैं। जिसमें सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर के मरीज़ होंगे।
- ब्लड कैंसर
- स्किन कैंसर
- ब्रेस्ट कैंसर
- सर्वाइकल कैंसर
- ब्रेन कैंसर
- बोन कैंसर
- प्रोस्टेट कैंसर
- लंग कैंसर
- पैनक्रियाटिक कैंसर
कैंसर के संभावित कारण
• कैंसर के आम कारणों में धूम्रपान करना
• तम्बाकू का सेवन करना
• फिजिकल एक्टिविटी की कमी
• गलत डाइट
• एक्स-रे से निकली हानिकारक किरणों का ज्यादा एक्सपोजर
• सूरज से निकलने वाली यूवी रेज़
• शारीरिक इंफेक्शन
• फैमिली के जीन पर भी निर्धारित करता है