इंदौर: शहर को भिक्षुक मुक्त बनाने के लिए नगर निगम तैयारी कर रहा है। इस अभियान को लेकर नगर निगम ने इस भिक्षुओं को चिन्हित करने और इनके पुनर्वास के लिए योजना बनाने का काम शुरू कर दिया है। जिसके तहत निगम के द्वारा सभी भिक्षुओं की गणना की जाएगी।
इंदौर नगर निगम के द्वारा भिक्षुओं के लिए पुनर्वास की योजना पर काम किया जा रहा है, जिसके तहत नगर निगम भिक्षुओं को रोजगार और मकान दिलाने का काम भी करेगा, वही वर्तमान में बेघर भिक्षुओं के लिए नगर निगम ने अस्थायी व्यवस्था रेन बसेरों में करने का मन बनाया है। निगम की टीम एनजीओ के साथ ट्रैफिक सिग्नल पॉइंट, धर्म स्थलों के आस-पास, रेल्वे स्टेशन, बस स्टेशन सहित अन्य स्थानों पर भिक्षावृत्ति करने वालों को पुनर्वास केंद्र पर पहुंचाएगी, जहां उनके रहने और खाने की पूरी व्यवस्था रहेगी। यदि कोई काम करना चाहता है तो उसे रोजगार भी दिलाया जाएगा।
इस योजना के अंतरर्गत यदि कोई परिवार अपने परिजन को लेकर जाना चाहता है तो उसे कानूनी प्रक्रिया के तहत उसे सौंपा जाएगा। वहीं यदि वे फिर से भिक्षा मांगते नजर आए तो परिवार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।