समर वैकेशन का अपना ही मजा है। अक्सर लोग गर्मी की छुट्टियां ठंडी जगहों पर मनाना पसंद करते हैं। देश में कई ऐसी जगह हैं, जहां गर्मी के दिनों में भी तापमान 6-10 डिग्री रहता है। इन जगहों के बारे में हम बता रहे हैं…
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Toggleकेदारनाथ (Kedarnath)
हर किसी का सपना केदारनाथ जाना होता है। 12 ज्योतिर्लिंगों में एक केदारनाथ का मौसम सुहाना होता है। गर्मी से जब सभी का हाल बेहाल होता है, तब यहां अपना ही मजा होता है। आप इस जगह दर्शन के साथ मौसम का आनंद उठा सकते हैं।
गिरिराज हिमालय की केदार नामक चोटी पर स्थित है देश के बारह ज्योतिर्लिंगों में सर्वोच्च केदारेश्वर ज्योतिर्लिंग। केदारनाथ धाम और मंदिर तीन तरफ पहाड़ों से घिरा है। एक तरफ है करीब 22 हजार फुट ऊंचा केदारनाथ, दूसरी तरफ है 21 हजार 600 फुट ऊंचा खर्चकुंड और तीसरी तरफ है 22 हजार 700 फुट ऊंचा भरतकुंड। न सिर्फ तीन पहाड़ बल्कि पांच नदियों का संगम भी है यहां- मंदाकिनी, मधुगंगा, क्षीरगंगा, सरस्वती और स्वर्णगौरी। इन नदियों में से कुछ का अब अस्तित्व नहीं रहा लेकिन अलकनंदा की सहायक मंदाकिनी आज भी मौजूद है।
इसी जगह के किनारे है केदारेश्वर धाम। यहां सर्दियों में भारी बर्फ और बारिश में जबरदस्त पानी रहता है। यह उत्तराखंड का सबसे विशाल शिव मंदिर है, जो कटवां पत्थरों के विशाल शिलाखंडों को जोड़कर बनाया गया है। ये शिलाखंड भूरे रंग के हैं। मंदिर लगभग 6 फुट ऊंचे चबूतरे पर बना है। इसका गर्भगृह अपेक्षाकृत प्राचीन है जिसे 80वीं शताब्दी के लगभग का माना जाता है।
स्पीति वैली (Spiti Valley)
गर्मी की छुट्टियां बिताने के लिए स्पीति वैली भी अच्छी जगह है। यहां आप चंद्रताल, सूरज ताल, धंकार मोनेस्ट्री, कुंजुम पास घूम सकते हैं। कई बार यहां का तापमान -2 डिग्री तक चला जाता है।
Spiti Valley हिमाचल प्रदेश में स्थित एक बहुत खूबसूरत घाटी है और साथ ही भारत की सबसे ऊंची घाटी में से एक है, Spiti Valley को ठंडे रेगिस्तान के रूप में भी जाना जाता है। “स्पीति” नाम का अर्थ है “मध्य भूमि”, अर्थात तिब्बत और भारत के बीच की भूमि। स्पीति घाटी समुद्र तल से लगभग 12,500 फीट (3,800 मीटर) की ऊंचाई पर स्थित है। यहां पर रहने वाले लोग आपको ज्यादा तर बुद्ध धर्म का पालन करते हुए दिखाई देंगे। स्पीति घाटी के आसपास का क्षेत्र भारत में सबसे कम आबादी वाले क्षेत्रों में से एक है। स्पीति घाटी भारत की सबसे खूबसूरत और अद्भुत घाटी में से एक है।
इस घाटी का नज़ारा अविश्वसनीय होता है। स्पीति घाटी बाईकर्स के बीच में भी बहुत लोकप्रिय स्थान है, Spiti Valley में हर साल हज़ारो की तादाद में बाईकर्स बाइक राइडिंग और असल एडवेंचर का मज़ा उठाने आते है। इस घाटी के हर मोड़ पे आपको एक अलग ही दुनिया का एहसास होगा अंग्रेजी में इस जगहा को worlds in the world भी कहा जाता है। मतलब दुनिया के अंदर एक और नई दुनिया। इस घाटी के हर एक नए मोड़ पर आपको एक अलग नज़ारा देखने को मिलता है।
सोनमर्ग (Sonamarg)
इस गर्मी की छुट्टी में कश्मीर एक्सप्लोर करने का प्लान बनाएं। बच्चों समेत पूरी फैमिली के साथ इस महीने में सोनमर्ग घूमने जा सकते हैं। इस समय वहां का तापमान 7-12 तक है। शिकारा बोट का राइड हर किसी का दिल खुश कर देगा। गंडोला राइड, जीफ सफारी, फेमस ट्यूलिप्स गार्डन, म्यूजियम और बहुत कुछ एंजॉय कर सकते हैं।
सोनमर्ग या सोनामर्ग भारत के जम्मू व कश्मीर राज्य के गान्दरबल ज़िले में ३,००० मीटर की ऊँचाई पर स्थित एक पर्वतीय पर्यटक स्थल है। यह सिन्द नाले (सिन्धु नदी से भिन्न) नामक नदी की घाटी में है। सोनमर्ग से आगे ऊँचे पर्वत हैं और कई प्रसिद्ध हिमानियाँ (ग्लेशियर) स्थित हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग १ इसे पश्चिम में श्रीनगर और पूर्व में लद्दाख़ से जोड़ता है।
कल्पा (Kalpa)
हिमाचल का कल्पा गर्मी की छुट्टियां मनाने के लिए खास है। किन्नौर में बसा कल्पा गांव सतलज नदी की खूबसूरती को बयां करता है। इस जगह को ठंडी-ठंडी हवा और खाने का अपना आनंद खास बना देता है। खूबसूरत मोनेस्ट्री के साथ मंदिरों के लिए फेसम इस जगह आकर काफी एंजॉय कर सकते हैं।
सेला पास (Sela Pass)
गर्मी में घूमने के लिए नॉर्थ ईस्ट भी काफी बेस्ट है। अरुणाचल प्रदेश के तवांग से 78 किलोमीटर दूर बसा सेला पास खूबसूरत है। तवांग और सेला पास दर्रा घूमने के लिए काफी अच्छा विकल्प है। ट्रेल हाइकिंग और खूबसूरत झील के पास पिकनिक का खास आनंद है। जून में यहां का तापमान 8 डिग्री तक रहता है।
सेला दर्रा ( अधिक उचित रूप से से ला कहा जाता है, जैसा कि ला का अर्थ है दर्रा) भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश में तवांग और पश्चिम कामेंग जिलों के बीच की सीमा पर स्थित एक उच्च ऊंचाई वाला पर्वतीय दर्रा है । इसकी ऊंचाई 4170 मीटर (13,700 फीट) है और यह भारतीय बौद्ध शहर तवांग को दिरांग और गुवाहाटी से जोड़ता है । यह दर्रा राष्ट्रीय राजमार्ग 13 (पहले NH 229) को ले जाता है, तवांग को शेष भारत से जोड़ता है. दर्रा वनस्पति की दुर्लभ मात्रा का समर्थन करता है और आमतौर पर पूरे वर्ष कुछ हद तक बर्फ से ढका रहता है।
सेला झील, दर्रे के शिखर के पास, तिब्बती बौद्ध धर्म में पवित्र क्षेत्र की लगभग 101 झीलों में से एक है। जबकि सेला दर्रे में सर्दियों में भारी हिमपात होता है, यह आमतौर पर पूरे वर्ष खुला रहता है जब तक कि भूस्खलन या बर्फ को अस्थायी रूप से बंद करने की आवश्यकता न हो। सेला दर्रा दुनिया के सबसे ऊंचे मोटरेबल माउंटेन पास में से एक है
दार्जिलिंग (Darjeeling)
गर्मी की छुट्टियां दार्जिलिंग में भी मना सकते हैं। यहां दिन का तापमान 20-21 डिग्री और रात में 12-13 डिग्री तक रहता है। कई इलाके काफी ठंडे हैं, जिनका अपना ही आनंद है| दार्जिलिंग अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर यहां की दार्जिलिङ चाय के लिए प्रसिद्ध है। दार्जिलिंग की दार्जिलिङ हिमालयन रेलवे एक युनेस्को विश्व धरोहर स्थल तथा प्रसिद्ध स्थल है।
यहां की चाय की खेती १८५६ से शुरु हुई थी। यहां की चाय उत्पादकों ने काली चाय और फ़र्मेण्टिङ प्रविधि का एक सम्मिश्रण तैयार किया है जो कि विश्व में सर्वोत्कृष्ट है, दार्जिलिङ हिमालयन रेलवे जो कि दार्जिलिङ नगर को समथर स्थल से जोड़ता है, को १९९९ में विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था। यह वाष्प से संचालित यन्त्र भारत में बहुत ही कम देखने को मिलता है।