इंदौर। सूरत से नकली इंजेक्शन लाकर मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बेचने वाले मुनाफाखोर पुलिस की गिरफ्त में आते जा रहे हैं। मंगलवार को विजय नगर थाना पुलिस ने छापामार कार्रवाई में दवा बाजार के कुछ व्यवसायियों को गिरफ्तार किया था। जिनकी निशानदेही पर अन्य आरोपियों की भी धरपकड़ जारी है।
पहली खेप में 700 इंजेक्शन में 600 की पड़ताल हुई
इंदौर पुलिस ने पिछले दिनों रेमड़ेसिविर की कालाबाजरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। आरोपियों द्वारा 1000 इंजेक्शन इंदौर और 200 जबलपुर बेचे जाने की बात का खुलासा पहले हो चुका है। पहली खेप में 700 इंजेक्शन इंदौर पहुंचने थे। अब इस पूरे मामले में पुलिस ने तहकीकात करते हुए अभी तकरीबन 600 इंजेक्शन की पड़ताल कर ली हैं बाकी बचे 100 इंजेक्शन के लिए पुलिस द्वारा बनाई गई एसआईटी की टीम जाँच में जुटी है इसके लिए एसआईटी द्वारा प्रदेश के कई जिलों में छपे मार कार्यवाही भी की जा रही है।
बुधवार रात टीम ने दबिश देकर आरोपियों को पकड़ा
एसपी आशुतोष बागरी के मुताबिक पुलिस को सुनील मिश्रा से मिली जानकारी से आधार पर सुराग लगा था कि बीना निवासी प्रशांत पाराशर भी नकली इंजेक्शन की खरीद फरोख्त में लिप्त है। आरोपित भोपाल में रहता था और सब इंस्पेक्टर (एसआइ) की तैयारी कर रहा था। बुधवार रात टीम ने दबिश देकर भोपाल से पकड़ लिया। इसी तरह सांवेर निवासी सरवर खान के बारे में गोविंद गुप्ता ने जानकारी दी थी। उसने बताया कि करीब 40 इंजेक्शन सरवर को दिए थे। पुलिस दोनों आरोपितों को कोर्ट पेश कर रिमांड पर ले रही है । जिस कंपनी के नकली इंजेक्शन बदमाशों द्वारा प्रदेश में बेचे जा रहे थे उस कंपनी से भी पुलिस आरोपियों के सबूत जुटाने में लगी है।