इंदौर। मध्य प्रदेश में कोरोना काल के बाद जिस तरह से टैक्स वृद्धि को लेकर कई व्यापारी संगठन सरकार से टैक्स कम करने का आग्रह करते हुए नजर आ रहे हैं। इसी के साथ इंदौर के दाल मिल एसोसिएशन ने मंडी टैक्स 20% से बढ़ाकर ₹1.20 पैसे करने से आहत होकर कैबिनेट मंत्रियों से मुलाकात कर टैक्स कम करने का आग्रह किया है।
प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में दाल मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि पिछले दिनों मध्य प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री कमल पटेल से मंडी टैक्स को लेकर चर्चा की गई है। उनका कहना था कि प्रदेश के कई जिलों में दाल मिल संचालित की जाती है
और वहां से मंडी तक पहुंचने पर काफी टैक्स लगने से दाल काफी महंगी हो जाती है और उसका निर्माण करना तक महंगा पड़ रहा है। क्योंकि प्रदेश में गेहूं, चना और सोयाबीन काफी मात्रा में होता है, तो इन दोनों पर टैक्स लगना वाजिब है। लेकिन प्रदेश में तुवर और उड़द की दाल महाराष्ट्र गुजरात कर्नाटक से मंगवाना पड़ती है इसके लिए प्रदेश में आने के बाद इसका टैक्स बढ़ जाता है और उसके कारण ही प्रदेश में इसका भाव बढ़ जाता हैं।
साथ ही बताया कि जो दाल हम अन्य राज्यों से खरीद कर प्रदेश में निर्मित करवाते हैं और उन्हें फिर भेजते हैं उसमें टैक्स की छूट दी जाए ऐसा आग्रह किया गया है।
इंदौर से मृदुभाषी के लिए चंकी बाजपेई की रिपोर्ट