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उज्जैन महाकाल को चढ़ने वाले जल-दूध की रिपोर्ट पहुंचेगी सुप्रीम कोर्ट

उज्जैन। उज्जैन के महाकाल मंदिर का निरीक्षण करने आर्कोलॉजी सर्वे ऑफ इंडिया और जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम पहुंची। दस अधिकारियों के दल ने महाकाल मंदिर के गर्भगृह में शिवलिंग और स्ट्रक्चर का निरीक्षण किया। टीम ने परिसर के ओंकारेश्वर शिवलिंग और ओकरेशवर के शिवलिंग का भी परीक्षण किया। टीम सर्वे कर सुप्रीम कोर्ट को रिपोर्ट पेश करेगी।

विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में जीएसआई और एएसआई की टीम ने निरीक्षण किया। सालाना निरीक्षण में मंदिर के गर्भ गृह से लेकर नागचंद्रेश्वर और मंदिर के स्ट्रक्चर का आंकलन किया गया। टीम ने ज्योतिर्लिंग के छिद्र में लगी दूध, दही और पूजन सामग्री निकालकर रिकार्ड के लिए सैंपल भी लिया। गर्भगृह के ऊपर स्थित श्री ओंकारेश्वर मंदिर के काले पत्थरों की स्थिति को जांचा। दस अधिकारियों के दल के रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपी जाएगी।

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने आदेश जारी किए हैं कि जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया और आरकेलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम द्वारा प्रतिवर्ष मंदिर के स्ट्रक्चर सहित शिवलिंग का निरीक्षण करेगी। वही निरीक्षण के बाद जांच रिपोर्ट मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष को दी जाए ताकि उसी आधार पर महाकालेश्वर मंदिर में पूजन पाठ में अर्पण होने वाले पंचामृत और अन्य सामग्री का उपयोग किया जाएगा।

जीएसआई के सदस्य आज उज्जैन में ही रुकेंगे। गुरुवार को सुबह होने वाली भस्म आरती के दौरान भी जांच करेंगे। इस दौरान महाकालेश्वर को चढ़ाई जाने वाली भस्म का सैंपल भी जांच के लिए साथ ले जाएंगे।


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