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प्रशासन की लापरवाही ने किसानों की फसल को किया ,बर्बाद

छतरपुर । जिले में दो दिन की बारिश के बाद भारी मात्रा में हजारों क्विंटल गेहूं भीग गया है । उपार्जन केंद्रों के पास गेहूं के ढेर लगा दिए गए और अनाज को रखने के लिए जूट की बोरियां नहीं होने पर खुले में फेंक दिया गया। इस पूरे मामले में किसानों ने लापरवाही का आरोप लगाया है ।

छतरपुर में फसल खरीदी का मैसेज मिलने के बाद बड़ी संख्या में किसान केंद्रों पर पहुंचे। लंबे इंतजार के बाद, कुछ मामलों में एक सप्ताह से अधिक समय तक छतरपुर, टीकमगढ़ और पन्ना जिलों सहित अन्य स्थानों पर खरीद केंद्रों पर गेहूं डंप करने के लिए मजबूर होना पड़ा जहां बारिश के बाद बड़ी मात्रा में अनाज खराब हो गया।

10 मई से कर रहे अपनी बारी का इंतजार

किसानों ने बताया कि कई किसान छतरपुर जिले उपार्जन केंद्र पर 10 मई से अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बड़े किसानों ,मुख्य रूप से जो व्यापारी हैं, उन्हे खरीद केंद्रों में वरीयता दी जाती है। पिछले हफ्ते हुई पहली बारिश से पहले किसान खजुराहों के पास एक इलाज केंद्र पर धरने पर बैठ गए थे। उन्होंने बारिश शुरू होने से पहले अपनी उपज की तत्काल खरीद की मांग की थी बावजूद ये लापरवाही की गई ।