Sudan Crisis: सूडान में फंसे जयंत केवलानी ने भोपाल पहुंचकर सुनाई आपबीती - Mradubhashi - MP News, MP News in Hindi, Top News, Latest News, Hindi News, हिंदी समाचार, Breaking News, Latest News in Hindi
/

Sudan Crisis: सूडान में फंसे जयंत केवलानी ने भोपाल पहुंचकर सुनाई आपबीती

Sudan Crisis: Jayant Kevalani, trapped in Sudan, reached Bhopal and narrated his ordeal

Sudan Crisis: भोपाल- मेरे सामने बम, गोलियां बरस रही थी। मैंने उसके वीडियो भी परिवार को भेजे, लेकिन मैंने और मेरे परिवार वालों ने हौसला नहीं खोया। ऐसा लग रहा था जैसे मैंने कोई बुरा सपना देखा हो। मुझे खुशी है कि वह बुरा दौर खत्म हो गया और मैं सुरक्षित अपने घर अपने परिवार के बीच लौट आया हूं।

Sudan Crisis: यह बात सूडान में व्यापारिक काम से गए हुए भोपाल के जयंत केवलानी ने अपने देश में सुरक्षित वापसी के बाद कही। सूडान में जारी संघर्ष के बीच कई भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी हुई है। इन्हीं में जयंत केवलानी भी शामिल हैं। जयंत के भोपाल पहुंचने पर उनके परिवार में खुशी का माहौल है।

पिता नरेंद्र केवलानी ने गले लगाकर बेटे का स्वागत किया। सूडान में गृह युद्ध में फंसने के बाद जयंत के परिजन ने भारत सरकार से जयंत को सुरक्षित भारत वापस लाने के लिए वह गुहार लगाई थी। इसके बाद भारत सरकार ने सूडान में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए योजना बनाई और सभी को एयरलिफ्ट करने का फैसला किया। बुधवार रात को दिल्ली एयरपोर्ट पर जयंत सकुशल पहुंच गए। दिल्ली में कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद में भोपाल के लिए गुरुवार सुबह रवाना हुए।

अभी माहौल खराब, लेकिन जल्द सुधरने की उम्मीद
जयंत लगातार अपने माता-पिता से देर रात बात कर उन्हें हाल-चाल की पूरी जानकारी देते रहे। गुरुवार सुबह जयंत केवलानी अपने घर भोपाल पहुंच गए। उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि सूडान में माहौल अभी खराब है, लेकिन पूरी उम्मीद है कि वहां जल्द ही हालात सुधरेंगे। सब कुछ ठीक होने पर मैं सूडान वापस जा सकता हूं। अब भारत सूडान और सऊदी अरब के संबंध निरंतर सुधर रहे हैं। उन्होंने सुरक्षित भारत वापसी पर भारत सरकार, प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का आभार व्यक्त किया है।

सूडान में इसलिए जारी है लड़ाई : कई महीने से था तनाव अब संघर्ष में बदला

सूडान में सेना और अर्धसैनिक बल (आरएसएफ) के बीच ये लड़ाई हो रही है, जिसने साथ मिलकर साल 2019 में राष्ट्रपति उमर अल-बशीर की सरकार का तख्तापलट किया था। अब दोनों के बीच इसलिए संघर्ष शुरू हो गया है, क्योंकि ये दोनों अब सत्ता पर अपना-अपना नियंत्रण चाहती हैं। दोनों को लगता है कि जो भी सत्ता से दूर होगा, उसका अस्तित्व खत्म हो जाएगा। लिहाजा, पिछले कई महीनों से दोनों के बीच भारी तनाव था, जो अब संघर्ष में बदल गया है।