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Sawan 2021: सावन मास में इन धाराओं से करे शिव अभिषेक, होगी हर मनोकामना पूरी

Sawan 2021: शास्त्रों में सावन मास में शिवपूजा का बड़ा महत्व बतलाया गया है। शिव समर्पित सावन मास में महादेव की फल, फूल, पत्ते आदि से करने पर शिवपूजा का अनन्त गुना फल मिलता है और मनचाहे फलों की प्राप्ति होती है। शिवलिंग पर विभिन्न द्रव्यों की धारा समर्पित करने से अलग-अलग फलों की प्राप्ति होती है।

महाद्रिपार्श्वे च तटे रमन्तं सम्पूज्यमानं सततं मुनीन्द्रैः।
सुरासुरैर्यक्षमहोरगाद्यै: केदारमीशं शिवमेकमीडे।।

भगवान शिव शंकर जो पर्वतराज हिमालय के नजदीक पवित्र मन्दाकिनी के तट पर स्थित केदारखण्ड नामक श्रृंग में निवास करते हैं और हमेशा ऋषि मुनियों द्वारा पूजे जाते हैं। जिनकी यक्ष-किन्नर, नाग व देवता-असुर आदि भी हमेशा पूजा करते हैं उन अद्वितीय कल्याणकारी केदारनाथ नामक शिव शंकर की मैं स्तुति करता हूँ।

महादेव से मिलता है सुख-समृद्धि का आशीर्वाद

महादेव जगत कल्याण और बुराइयों के संहार दोनों के देवता है। भोलेभंडारी है इसलिए नाममात्र की पूजा से प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्त को मनचाहा वरदान दे देते हैं। इसलिए शिवभक्त बड़े मनोयोग ओर भक्तिभाव से नीलकंठ महादेव की पूजा करते हैं और उनसे कष्टों के निवारण के साथ सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। आइए जानते हैं किस रस की धारा शिवलिंग पर समर्पित करने से किस फल की प्राप्ति होती है।

ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर महादेव का पंचोपचार या षोडषोपचार पूजन करें। घर में या मंदिर में जाकर शिवलिंग पूजन करें.

  • भगवान शिव का दुग्धाभिषेक करने से उत्तम बुद्धि की प्राप्ति होती है और गृहकलह से निजात मिलती है।
  • शिवलिंग के जलाभिषेक से शिवभक्त की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
  • घी की धारा से अभिषेक करने से वंश विस्तार होने के साथ रोगेां का नाश होता है और नपुसंकता दूर होती है।
  • महादेव को इत्र की धारा समर्पित करने से भोगविलास में वृद्धि होती है।
    -मधु की धारा समर्पित करने से क्षयरोग से मुक्ति मिलती है।
  • गन्ने के रस से अभिषेक करने पर आनन्द की प्राप्ति होती है।
  • गंगाजल समर्पित करने से भोग एवं मोक्ष दोनों की प्राप्ति होती है।
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