इंदौर। मध्यप्रदेश में परिवहन विभाग के दुवारा 31 दिसम्बर के बाद नये साल में सड़कों पर यातायात विभाग के साथ मिलकर बसों सहित अन्य वाहनों की बड़े स्तर पर चैकिंग का अभियान चलाया जायेगा। परिवहन विभाग को पिछले साल की अपेक्षा इस साल 110 करोड़ का नुकसान कोरोना की वजह से झेलना पड़ा है, लेकिन आने वाले दिनों में इसकी भरपाई की जायेगी।
भारत सहित दुनियाभर में कई देशों को कोरोना के कारण आर्थिक मंदी जूझना पड़ा था और इस कड़ी में प्रदेश के सबसे सबसे बड़े आर्थिक हब इंदौर जिले में भी परिवहन विभाग को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है, क्योंकी पिछले दिनों लॉक डाउन के करना बस संचालकों दुवारा सरकार से परिवहन टेक्स में छूट की मांग की गई थी जिसके तहत सरकार ने 31 दिसम्बर तक बस संचालको को राहत दी गई थी इसी राहत के तहत शहर के परिवहन विभाग को जिन वाहनों से आरटीओ के माध्यम से रिवेन्यू प्राप्त होता था उसमें करीबन 110 करोड़ का नुकसान का सामना करना पड़ा है यदि बीते साल की बात की जाए तो परिवहन विभाग ने 550 से 600 करोड़ का नए व पुराने वाहनों से राजस्व प्राप्त किया था।
वही आने वाले दिनों में स्कूलों का संचालन भी सुचारु रुप से शुरू किया जाने वाला है इसी के तहत आरटीओ विभाग यातायात विभाग के साथ मिलकर स्कूल की बसों पर भी चेकिंग अभियान चलाकर राजस्व कर अपना लक्ष्य प्राप्त करेगा स्कूलों की बसों पर कोविड-19 रक्षा की दृष्टि से भी चेकिंग की जाएगी।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भी आरटीओ आने वाले दिनों में एक अभियान चलाकर महिलाओं को हल्के और भारी वाहन की ट्रेनिंग देने के बाद उन्हें वाहन के लाइसेंस उपलब्ध कराए जाएंगे और ऐसी महिलाओं के आवेदन भरवाए जा रहे हैं और उन्हें अन्य वाहन के मालिकों के माध्यम से प्लेसमेंट करवा कर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। महिलाओं को उनकी कार्यकुशलता के अनुसार ही वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे तो ही आरटीओ अधिकारी का कहना है कि जो भी वाहन चलाता है उसके हाथों में कई लोगों के जीवन की डोर होती है इस कारण से अच्छा चालक ही सवारी को गंतव्य तक पहुंचा सकता है और इन सब बातों का ध्यान रखते हुए ही ट्रेनिंग दी जावेगी।