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स्वामीनारायण मंदिर में हुआ रवि सभा का आयोजन

रवि सभा

जय किशन तुलसवानी/बुरहानपुर – प्राचीन स्वामीनारायण मंदिर में पिछले 8 वर्षों से लगातार चल रही थी रवि सभा यानी धर्म सभा जिसके अंतर्गत संस्कार सत्संग एवं भक्ति के गुणों का संचार करना रवि सभा का मुख्य उद्देश्य संप्रदाय के प्रति लोगों में आस्था और भक्ति जगाना इस रवि सभा के माध्यम से किया जाता रहा है,यह सभा प्रत्येक रविवार को होती है आज 441 वी सभा सम्पन्न हुई।

बुरहानपुर मे सीलमपुर स्थित 190 वर्ष प्राचीन मंदिर मैं पिछले 8 वर्षों से रवि सभा चल रही थी जिसमें भजन कीर्तन और भक्ति रस का आयोजन किया जाता रहा है यहां तक की कोरोना काल में भी रवि सभा का आयोजन वर्चुअल किया जाता रहा 441 वी रवि सभा का आयोजन आज किया गया जिसमें सामूहिक हनुमान चालीसा का भी पाठ किया गया वही भजनों पर सभी भक्तों थिरके एवं आरती दर्शन भक्ति भजन के साथ भोजन भी किया , मंदिर प्रवक्ता गोपाल देवकर ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पीपी स्वामी,शास्त्री चिंतन स्वामी,बाबू भगत, वल्लभ भगत ,सोमेश्वर मर्चेंट, नटवर भगत और अन्य संतों की उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न हुआ।]

शास्त्री चिंतन स्वामी ने कहा कि 8 वर्ष पहले रवि सभा की स्थापना हुई थी तब मैं महेश 10 वर्ष का ही था क्योंकि रवि सभा भक्ति ज्ञान और संस्कार देने वाली सभा है हम चाहे जितना भी ज्ञान ले ले फिर भी संस्कारों की कमी हम में रहती है जो इस प्रकार की धर्म सभाओं में पूर्ण हो जाती है व्यक्ति को हमेशा 3 लोगों का आदर करना चाहिए भगवान गुरु और माता पिता क्योंकि गुरु ने हमें ईश्वर का मार्ग दिखाया है इसलिए गुरु भी हमारे लिए भगवान ही है ओ माता पिता ने हमें जन्म दिया इस संसार को दिखाया है तो वह भी हमारे लिए भगवान से कम नहीं रवि सभा के बाद अब हमारे बच्चों में ऐसी संस्कार की स्थापना हो इसके लिए घनश्याम बाल संस्कार बालक बालिका सभा का भी शुरुआत की है

जिसमें प्रारंभ हो गया महज 20 बच्चे ही थे किंतु आज बढ़कर संख्या 75 हो चुकी है वही कोठारी पीपी स्वामी ने अपना आशीर्वचन में कहा कि रवि सभा हमारे जीवन का एक हिस्सा बनाना चाहिए क्योंकि जिस तरह से हमारे शरीर को सभी तत्व लगते हैं उसी प्रकार हमें बाहरी ज्ञान के साथ-साथ रवि सभा में मिलने वाला ज्ञान भक्ति भी आवश्यक है वही मंदिर के वरिष्ठ और ट्रस्टी सोमेश्वर मर्चेंट मैं अपने मन की बात कही की आज से 25 वर्ष पूर्व जो मंदिर के भक्त हुआ करते हैं वह अब नहीं रहे अब हमें नया भक्ति मंडल तैयार करना होगा और आज हमारे सामने ही जो 75 से अधिक घनश्याम बाल संस्कार के विद्यार्थी बैठे हैं यही आने वाला मंदिर का भक्ति मंडल होगा

संबोधन देते देते उनके आंसू भी छलक पड़े और कहा कि आज के बच्चों को संस्कारों की बहुत आवश्यकता है वही नटवर भगत ने कहा कि आज यह बच्चे आने वाले समय के हमारे लिए धरोहर है इन पर जो भी खर्च किया जाए इन्हें संभालना बहुत जरूरी है यही बड़े होकर हमारे मंदिर और संस्कारों को जीवित रखेंगे,

सभा के इस कार्यक्रम में भोपाल के नितिन भगत में अपनी माता गीताबेन भगत की स्मृति में पीने के पानी का आरओ सिस्टम और मशीन भी भेंट की जिसका उद्घाटन भी किया गया ,इस कार्यक्रम में अशोक शाह कमलेश शाह रामकिशन मिस्त्री, राजू भाई किशोरी वाला नितिन शाह शैलेश शाह एवं महिला मंडल आदि सदस्य मौजूद रहे।

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