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आक्रमक हुई पुतिन की सेना, हमलों से शहरों को बनाया खंडहर, रूसी मिसाइलों से दहला यूक्रेन

मॉस्को/कीव। रूस-यूक्रेन जंग पिछले 18वां दिनों से जारी है। हालात बेहद खराब होते जा रहे हैं। इस बीच यूक्रेन के पश्चिमी इलाके में लीव शहर के पास मौजूद एक मिलिट्री बेस पर रूस ने क्रूज मिसाइलें दागीं हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, दागी गई मिसाइलों की संख्या 30 से भी अधिक है। इस हमले में 35 लोगों की मौत हुई है और 57 लोग घायल हुए हैं। कीव पुलिस के मुताबिक, यूक्रेन के इरपिन में रूसी सेना ने एक अमेरिकी पत्रकार को गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं, एक दूसरा पत्रकार घायल है। मृत ब्रेंट रेनॉड एक अवॉर्ड विनिंग फिल्ममेकर और पत्रकार थे।

यूक्रेन से शिफ्ट होगी इंडियन एम्बेसी

नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन जंग के बीच भारत सरकार ने यूक्रेन में मौजूद इंडियन एम्बेसी को अस्थाई रूप से पोलैंड में शिफ्ट करने का फैसला लिया है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि यूक्रेन के पश्चिमी हिस्से में बिगड़ते हालात को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। इससे पहले, 1 मार्च को एम्बेसी को कीव से हटाकर लीव में शिफ्ट किया गया था। अभी तक दूतावास यहीं से काम कर रहा था।

पीएम मोदी ने की हाईलेवल मीटिंग

रविवार को यूक्रेन-रूस जंग के हालात देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने हाई लेवल मीटिंग की थी। इसमें भारत की सुरक्षा तैयारियों को लेकर समीक्षा की गई। साथ ही मौजूदा ग्लोबल सिनेरयो पर भी चर्चा की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने निर्देश दिए कि खार्किव में मारे गए भारतीय नवीन शेखरप्पा की शव को लाने के लिए सभी कोशिशें की जाएं। सूत्रों ने बताया कि बैठक में प्रधानमंत्री ने डिफेंस मशीनरी में यूज हो रहे नई तकनीक के बारे में जानकारी ली। पीएम ने इस दौरान पूछा कि किन-किन मशीनरी में विदेशी सामान का उपयोग हो रहा है? वहीं बैठक में पीएम ने निर्देश दिया कि लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से सभी उपकरणों को जोड़ा जाए और कोशिश की जाए कि मैक्सिमम टेक्नोलॉजी मेक इन इंडिया की हो। मीटिंग के दौरान पीएम ने आॅपरेशन गंगा की भी समीक्षा की। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस.जयशंकर, ठरअ अजीत डोभाल सहित विदेश और वित्त मंत्री के कई बड़े अधिकारी मौजूद रहे। हाई लेवल मीटिंग में तीनों सेनाओं के प्रमुख भी शामिल हुए।

17,000 से ज्यादा लोगों को लाया गया भारत

ऑपरेशन  गंगा के दौरान भारत ने यूक्रेन से अब तक 17,000 से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू किया है। साथ ही नेपाल और बांग्लादेश के भी कुछ लोगों का रेस्क्यू कर यूक्रेन से लाया। सरकार ने ऑपरेशन गंगा को सफल बनाने के लिए अपने चार मंत्रियों को यूक्रेन की सीमा से सटे देशों में भेजा था।

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