Punjab Politics: नवजोत सिंह सिद्धू की महत्वाकांक्षा ने पंजाब में कांग्रेस की हालत खस्ता कर दी है। कांग्रेस आलकमान ने सिद्धू को कैप्टन अमरिंदर सिंह पर लगाम लगाने के लिए पंजाब में उनको ताकत दी थी, लेकिन अब गांधी परिवार के करीबी सिद्धू कांग्रेस और गांधी परिवार दोनों को सख्त तेवर दिखाते हुए नीचा दिखा रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता काफी असहज महसूस कर रहे हैं।
सिद्धू के बगावती तेवर
लगातार चुनाव हारने, दिग्गज नेताओं के पार्टी छोड़ने और शीर्ष नेतृत्व के कमजोर होने से कांग्रेस की हालत बद से बदतर हो रही है वहीं सिदू प्रकरण ने कांग्रेस के हालत और बिगाड़ दिए। अब पार्टी के नेता खुलकर सार्वजनिक रूप से नेतृत्व के सामने अपनी नाराजगी और मतभेद प्रकट कर रहे हैं। नवजोत सिंह सिद्धू का इस्तीफा, कैप्टन की अमित शाह से मुलाकात, सिब्बल का गांधी परिवार पर हमला ये सब ऐसे घटनाक्रम हैं, जिसने कांग्रेस और गांधी परिवार दोनों के सामने मुश्किल खड़ी कर दी है।
सिद्धू ने कांग्रेस को बनाया असहज
सिद्धू की मर्जी के मुताबिक कैप्टन को साइडलाइन करते हुए पंजाब की कमान उनको सौंपी गई, लेकिन सिद्धू इससे भी संतुष्ट नहीं हुए और पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर न सिर्फ बगावती तेवर दिखा दिए। कांग्रेस को इस बात का कतई अंदाजा नहीं था कि महज आठ-दस दिन बाद ही सिद्धू इस मुश्किल में डाल देंगे कि पार्टी पंजाब में कई खेमों में बंट जाएगी। उधर पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। पंजाब के राजनीतिक चक्रव्यूह में फंसी कांग्रेस को अब इससे बाहर निकलने का रास्ता नहीं दिखाई दे रहा है।