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भोपाल की सेंट्रल जेल में कैदी ने लगाई फांसी ,मजिस्ट्रियल जांच शुरू

भोपाल। हत्या के मामले में आजीवन सजा काट रहे कैदी ने गुरुवार सुबह सेंट्रल जेल में खुदकुशी कर ली। कैदी ने चादर का फंदा बनाकर बाथरूम के रोशनदान से लटक गया। कैदी पैरोल पर छूटने के बाद से एक साल लापता रहा। चार दिन पहले ही गांधी नगर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। सुबह करीब सवा 9 बजे जब कुछ कैदी बाथरूम में पहुंचे तो खेमचंद फंदे पर लटका मिला।

गांधी नगर थाना प्रभारी अरुण शर्मा के अनुसार सुबह करीब 10 बजे केंद्रीय जेल से एक कैदी के फांसी लगाने की सूचना जेलर पीडी श्रीवास्तव ने दी थी। मृतक की पहचान रायसेन निवासी खेमचंद (35) के रूप में हुई है। पुलिस ने शव बरामद कर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मजिस्ट्रेट के सामने पंचनामे की कार्रवाई की गई। जेलर के अनुसार खेमचंद सुबह करीब साढ़े 6 बजे उठा था। उसके बाद उसने 7 बजे दूसरे कैदियों के साथ चाय पी। करीब 8 बजे नाश्ते के समय वह गायब हो गया। उसने नाश्ता नहीं किया। कुछ कैदी बाथरूम में पहुंचे तो वह फंदे पर लटका मिला। जमीन से रोशनदान की ऊंचाई करीब साढ़े 5 फीट है। उसने फंदा बनाने के बाद पैर ऊपर रखने के लिए फंदे पर मौत होने तक पूरा वजन लटकाए रखा होगा। मौके पर उसके पैर आगे की तरफ मिले हैं।

आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था

पीडी श्रीवास्तव ने बताया कि चार दिन पहले ही उसे पुलिस ने पकड़कर जेल में दाखिल किया था। कोरोना गाइडलाइन के अनुसार उसे जेल में आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। उसके साथ 13 से 14 और कैदी रखे गए हैं।