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Karwa Chauth 2023: करवा चौथ कल, जानें चांद कब दिखेगा आपके शहर में, व्रत से पहले और बाद क्या खाएं-क्या नहीं

Karwa Chauth 2023: करवा चौथ कल, जानें चांद कब दिखेगा आपके शहर में, व्रत से पहले और बाद क्या खाएं-क्या नहीं

Table of Contents

Karwa Chauth 2023 1st November: एक नवंबर यानी आज करवा चौथ(Karwa Chauth) है। इस दिन पति की दीर्घायु के लिए महिलाएं व्रत रखती हैं। फिर चांद का दीदार कर व्रत तोड़ती हैं। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ(Karwa Chauth) मनाया जाता है। यह पर्व हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, गुजरात और राजस्थान आदि राज्यों में मनाया जाता है। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि आज रात 9:30 बजे से शुरू है। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि आज रात 9:19 मिनट समाप्त हो जाएगी।

पूजन का शुभ मुहूर्त

पूजा शुभ मुहूर्त- शाम 5:34 मिनट से 6: 40 मिनट तक
पूजा की अवधि- 1 घंटा 6 मिनट
अमृत काल- शाम 7:34 मिनट से 9: 13 मिनट तक
सर्वार्थ सिद्धि योग- पूरे दिन और रात

किस शहर में कब निकलेगा चांद

शहर समय
दिल्ली रात 8:15
मुंबई रात 8:59
कोलकाता रात 7:45
चंडीगढ़ रात 8:10
पंजाब रात 8:14
राजस्थान रात 8:26
लुधियाना रात 8:12
देहरादून रात 8:06
शिमला रात 8:07
पटना रात 7:51
लखनऊ रात 8:05
कानपुर रात 8:08
प्रयागराज रात 8:05
इंदौर रात 8:37
भोपाल रात 8:29
अहमदाबाद रात 8:50
चेन्नई रात 8:43
बेंगलुरु रात 8:54

पूजा विधि

सुहागिन महिलाएं सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। जीवन में सुख-समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की कामना के साथ अखंड सौभाग्य का संकल्प लें। इसके बाद पूजा स्थल पर भगवान शिव, मां पार्वती, भगवान कार्तिकेय और गणेश की स्थापना करें। चौथा माता फोटो रखें और पूजा की जगह पर मिट्टी का करवा रखते हुए देवी-देवताओं आह्वान कर पूजा शुरू कर दें। करवे में पानी भरकर, उसमें सिक्का डालें और उसे लाल कपड़े से ढक दें। पूजा की थाली में शृंगार की सामग्रियों को एकत्रित कर एक साथ सभी महिलाएं करवा माता की आरती व कथा सुनें। महिलाएं सोलह शृंगार कर शाम को भगवान शिव-पार्वती, स्वामी कर्तिकेय, गणेश और चंद्रमा का विधिपूर्वक पूजन कर नैवेद्य अर्पित करें। रात में चंद्रमा का दर्शन कर चंद्रमा से जुड़े मंत्रों को पढ़ते अर्घ्य दें।

पूजन के दौरान इन मंत्रों का जाप करें

श्रीगणेश मंत्र- ॐ गणेशाय नमः
शिव मंत्र – ॐ नमः शिवाय
पार्वतीजी मंत्र – ॐ शिवायै नमः
स्वामी कार्तिकेय का मंत्र – ॐ षण्मुखाय नमः
चंद्रमा का पूजन मंत्र – ॐ सोमाय नमः
‘मम सुख सौभाग्य पुत्र-पौत्रादि सुस्थिर श्री प्राप्तये करक चतुर्थी व्रतमहं करिष्ये।’
‘नमस्त्यै शिवायै शर्वाण्यै सौभाग्यं संतति शुभा। प्रयच्छ भक्तियुक्तानां नारीणां हरवल्लभे।’

व्रत रखने से पहले क्या खाएं

कई जगह पर सरगी खाने की प्रथा है। आप सरी खा रही हैं तो सरगी में ड्राई फ्रूट्स, नारियल पानी, मिठाई, मौसमी फल, दूध, दही, पनीर, जैसी हल्की और एनर्जी से भरी चीजों को रखें।

व्रत से पहले क्या नहीं खाएं

व्रत से पहले अधिक तेल-मसाले और भारी चीजों का सेवन नहीं करें। तेल से बनी चीजों के अधिक सेवन से व्रत में प्यास लग सकती है।

व्रत के बाद क्या खाएं

चांद देखने के बाद पति के हाथ से पानी पीने के बाद कुछ मीठी खाएं। उससे आपको एनर्जी मिलेगी।

व्रत के बाद क्या नहीं खाएं

व्रत बाद कई चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। जैसे- मांस, शराब जैसी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।

व्रत का महत्व

मान्यता है कि करवा चौथ(Karwa Chauth) की पूजा तब पूरी मानी जाती है, जब पूजा के साथ इस कथा का पाठ होता है। जो महिलाएं करवा चौथ के दिन पूजन के साथ कथा पाठ करती हैं और चंद्रमा को अर्घ्य देती हैं, उनके पति को करवा(Karwa Chauth) माता दीर्घायु देती हैं। साहूकार की बेटी की तरह उनके पति पर भगवान गणपति की कृपा बनी रहती है। करवा चौथ के दिन व्रत का एक कैलेंडर सामने रखकर करवा माता का ध्यान करें और कथा का पाठ करें। यह कथा दूसरों को भी सुनाएंगे तो उनका सौभाग्य अखंड बना रहता है।

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