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Indore-Dahod Rail Line: धार में ही रेलवे जंक्शन बनाने को लेकर प्रधानमंत्री और रेल मंत्री ,मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन धार कलेक्टर को सौंपा

Indore-Dahod Rail Line धार में ही रेलवे जंक्शन बनाने को लेकर प्रधानमंत्री और रेल

Indore-Dahod Rail Line: आशीष यादव/धार -इंदौर दाहोद छोट उदयपुर पार रेल लाओ महारानिति ने सोमवार को रोड सी के दौरा मंत्री शिवराज चौहान को ज्ञापन दिया था। बुधवार को नरेन्द्र मोदी अश्विनी के नाम का ज्ञापन पर कलेक्टर ने तहसीलदार दिनेश को केन्द्रीय अजय पवन जैन गंगवाल ने सौंपा ज्ञापन में लिखा है कि छोटा उदयपुर पारवा रेल परियोजना का अमलेश के बजाय धार जिला मुख्यालय पर ही बनाया जाये साथ ही दोनो रेल परियोजना (Rail Project ) को अगमेरा से जोड़ने का कोई विरोध नहीं है। ज्ञापन में लिखा है कि प्रधानमंत्री और रेल मंत्री ने धार, झाबुआ अलीराजपुर आदिवासी बहुल्य क्षेत्र के चहुमुखी विकास के लिए पुरानी मांग को पूरा कर पारे तोडकर लाने का काम किया है।


Indore-Dahod Rail Line से पूरे आदिवासी जिले में खुशी की लहर है हाल ही रेल बजट में 745 करोड़ रुपये मंजुर कर सन 2024 तक धार में रेल लाने की घोषणा हो चुकी है। आदिवासी बाहुल्य धार जिले को इंदौर- दाहोद रेल परियोजना (Indore-Dahod Rail Line)और छोटा उदयपुर-धार रेल परियोजना की सौगात मिली है। इन दोनों परियोजनाओं से विकास की दृष्टि से पिछड़े हुए आदिवासी बाहुल्य धार झाबुआ जिले को देश के उन्नत जिलो और राज्यों से जुड़ने का अवसर प्राप्त हो रहा है।

Indore-Dahod Rail Line लेकिन इसे और अधिक उन्नतिशील बनाने के लिए छोटा उदयपुर-धार रेल परियोजना (Chota Udaipur – Dhar rail line)के तहत सरदारपुर विधानसभा के ग्राम अमझेरा मे प्रस्तावित रेलवे जंक्शन का स्थान बदलने की आवश्यकता है। अगर रेल मंत्रालय इन दोनो रेल परियोजना को अमझेरा को जोड़ना चाहती है तो हमारा कोई विरोध नहीं है धार जिले का मुख्यालय धार शहर में है, जहाँ इन्दौर- दाहोद रेल परियोजना (Indore-Dahod Rail) का बड़ा प्लेटफार्म निमाणाधीन है। इसके साथ ही छोटा उदयपुर धार परियोजना धार से आसानी से जुड़ सकती है। इससे गुजरात के साथ-साथ निमाड़ से भी धार जिले की सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी।

Indore-Dahod Rail Line: पीथमपुर और धार की दूरी कम होने के कारण टांसपोर्टेशन के लिए जरूरी सामग्री की लोडिंग धार और पीथमपुर से आसानी और सस्ती दरो पर हो सकता है। जबकि अमझेरा की दूरी इन दोनों स्थानों काफी अधिक है। इसलिए यह योजना के उद्देश्य की तो पूर्ति करता है लेकिन इससे व्यापारियों के खर्च को बढ़ा देगा । माननीय प्रधानमंत्री जी से विनती है कि लोगों और व्यापाररियों की सुविधा के लिए रेल्वे जंक्शन का स्थान अमझेरा के बजाय धार जिला मुख्यालय पर बनाये जाये।

पिछले दिनों समाचार पत्रों में छपा धार से छिन सकता है रेलवे जंक्शन (Railway Junction) अमझेरा में बनेगा समाचार पढकर धार जिले में असंतोष फैल गया है। रेल लाओ महा समिति पीछले 40 वर्षों से आदिवासी बाहुल क्षेत्र मे रेल लाईन लाने के लिए संघर्ष कर रही है। क्षेत्र की जनता की मांग है। धार जिले के मुख्यालय पर ही रेलवे का जंक्शन बनाया जाये। जिसके लिए धार में जमीन भी अधिग्रहण कर ली है।

अगर रेल मंत्रालय दोनो रेल परियोजना को अमझेरा से जोड़ना चाहे तो हमारा कोई विरोध नहीं है। ज्ञापन देते समय केन्द्रीय अध्यक्ष पवन जैन गंगवाल प्रवीण टांक, शांतिलाल शर्मा, पीयुष जैन, आशीष वैद्य, विनीत खंत्री, पराग, अशोक कासलीवाल, कमल हरोड, इंदरसिंह ठाकुर, अंकित छाजेड, मयुर पारावाला, अजय बड़जात्या, विजय रावका, अशोक मराठा, कैलाश पिपलोदिया, महेश हरोड, मलखान राजपुत, के साथ अनेक नागरिक उपस्थित थे उपरोक्त जानकारी मीडिया प्रभारी पारस जैन गंगवाल ने दी

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