Mradhubhashi
Search
Close this search box.

इंदौर में निजी गाड़ियों पर इमरजेंसी सेवा लिखवाकर ,यात्रियों को छोड़ा जा रहा स्टशनों पर

निजी वाहनों पर मेडिकल इमरजेंसी का पर्चा लगा कर चल रहे वाहन

इंदौर में बढ़ते कोरोना को लेकर जिला प्रशासन की गाइड लाइन का उल्लघन करते हुए पुलिस की सख्ती के बावजूद भी इंदौर शहर में कई ऐसे वाहन प्रवेश कर रहे हैं जो कि यात्रियों को रेलवे स्टेशन सहित अन्य स्थानों पर छोड़ते हुए नजर आ रहे हैं जिनमे निजी वाहन चालक इमरजेंसी सेवा पर्ची का फर्जी तरीके से यात्री परिवहन में प्रयोग कर रहे है ।

निजी वाहनों पर मेडिकल इमरजेंसी का पर्चा लगा कर चल रहे वाहन

इंदौर के रीगल चौराहे पर महेश्वर सहित अन्य जिलों से चार से पांच निजी वाहन दर्जनों यात्रियों को लेकर रेलवे स्टेशन पहुंचे जहां पर पत्रकारों ने जागरूकता दिखाते हुए वाहन चालक से बातचीत की तो वाहन चालक का कहना था कि महेश्वर सहित अन्य जिलों में कई लोग दूसरे राज्यों के काम करने के लिए आए थे जिन्हें लॉकडाउन के चलते अपने राज्य लौटना था उन्हीं यात्रियों से मामूली खर्च लेकर उन्हें छोड़ने के लिए वह इंदौर रेलवे स्टेशन आए हैं यहां से रेलवे के द्वारा लोग अपने अन्य राज्यों तक पहुंच सकेंगे तो वही जब वाहनों पर स्टीकर की चेकिंग की गई तो वाहनों पर मेडिकल इमरजेंसी सहित अन्य इमरजेंसी सेवाओं के स्टीकर निजी वाहनों पर लगे पाए गए जिनका प्रयोग यात्री वाहन में किया जा रहा था जिसको लेकर वाहन चालकों का कहना था कि वह तो केवल वाहन चलाते हैं वाहन निजी ट्रैवल्स के हैं और उन्हीं के द्वारा उन्हें वाहन चलाने के लिए दिए जाते हैं जिस वाहन को रोककर पुछताछ की गई उसमे 8 लोग व अन्य बच्चे भी बैठे थे।

खैर सवाल यह उठता है कि सरकार पलायन को रोकने में लगी हुई है और अन्य सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने की बात कह रही है हां एक और जिला प्रशासन की गाइडलाइन अनुसार यात्री वाहनों पर प्रतिबंध है उसके बावजूद भी इस तरह से फर्जी इमरजेंसी सर्विस की पर्चा लिखा कर निजी वाहनों का संचालन किस हद तक सही है यह उन सभी मार्गों पर लगे पुलिस चेकिंग की पोल खोलती हुई नजर आ रही है , जो शहर के हर चौराहा पर तैनात है।

ये भी पढ़ें...
क्रिकेट लाइव स्कोर
स्टॉक मार्केट