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How To Stop Overthinking: जरूरत से ज्यादा सोचने पर दिखाई देने लगते हैं ये लक्षण, ओवरथिंक से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय

How To Stop Overthinking: ओवरथिंकिंग की पुरानी और क्लासिक परिभाषा है कि, छोटी सी चीज के बारे में बहुत अधिक या बहुत लंबे समय तक सोचना‘। जबकि किसी फैसले के दौरान या किसी स्थिति का मूल्यांकन के बारे में गहराई से सोचना मानव स्वभाव है।  लेकिन जब ये स्थिति दिमाग में बनी ही रहे और आप विचारों से खुद को अलग ही न कर पाएं। तो, इस स्थिति को ओवरथिंकिंग या बहुत ज्यादा सोचना कहा जा सकता है। यह हम सभी के जीवन में किसी न किसी मोड़ पर होता है। हम सभी जीवन में ऐसी घटनाओं का अनुभव करते हैं, जो हमारे लिए चिंता या तनाव का कारण बनती हैं। लेकिन कुछ लोग अपनी चिंताओं से छुटकारा नहीं पाते। 

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वे भविष्य के बारे में चिंता करते हैं, उन संभावित घटनाओं के बारे में भयावह भविष्यवाणी करते हैं जो अभी तक नहीं हुई हैं। वे अतीत के बारे में भी सोचते हैं, ’खुद को हंसाना चाहिए‘ और ’ठहाके लगाकर हंसा जा सकता है।‘  वे इस बात पर झल्लाहट से भर सकते हैं। वे बार-बार चिंतित रहते हैं कि, दूसरे उनके बारे में क्या सोचते हैं या खुद के बारे में सुनी गई कोई निगेटिव बात उनके दिमाग में लगातार घूमती ही रहती है।

Science Says This is What Happens to You When You Overthink Everything |  Inc.com

आपके द्वारा लिए गए किसी कड़े फैसले के कारण भी समस्या हो सकती है। कई बार आप अपने दिमाग में बहुत सारे विकल्पों के बारे में सोचते हैं। लेकिन सही विकल्प की खोज इतनी कठिन हो जाती है कि, आपकी सोच को लकवा मार जाता है। ऐसे में आप सोचते हैं कि, गलत फैसला लेने से अच्छा है कि, फैसला ही न लिया जाए। लेकिन कोई फैसला न लेने से हमेशा गलत फैसला लेना बेहतर कदम होता है। चाहें आपको लंबे समय से ज्यादा सोचने की समस्या रही हो या फिर किसी कठिन निर्णय लेने की आवश्यकता हो, आपको ये अनुभव हो सकता है कि, जब आपका दिमाग बहुत ज्यादा सोचता है तब, रातों की नींद हराम हो जाती है। 

Overthinking: How to Deal with Excessive Thinking? | Editorialge

अक्सर कुछ लोगों की आदत होती है कि वे रिलेशनशिप में ओवरथिंक करना शुरू कर देते हैं, यानि जरूरत से ज्यादा सोच लेते है। लोगों की इस आदत की वजह से कई बार वो अपना रिश्ता खराब कर लेते हैं। हालांकि ऐसा करने वाले लोगों को इस बात का बिल्कुल अहसास नहीं होता कि वो ओवरथिंक कर रहे हैं। यह एक तरह की मानसिक समस्या है, जिससे बाहर निकलना बेहद जरूरी होता है। अगर आपको भी लगता है कि आप अपने रिश्ते में कई बार ओवरथिंक करने लग जाते हैं तो इस समस्या से बाहर निकलने में मदद करेंगे गेटवे ऑफ हीलिंग की संस्थापक और निदेशक व साइकोथेरेपिस्ट डॉ. चांदनी के ये टिप्स।

Use overthinking to your advantage

ओवरथिंक को कैसे पहचानें-
-किसी एक बात को बार-बार सोचना और अपनी सोच के कारण अपने पार्टनर से बार-बार लड़ना, ओवरथिंक के लक्षणों में से एक है।
-बार-बार एक बात को लेकर फोन करना, ओवरथिंक के लक्षणों में से एक है।
-अपनी सोच के आधार पर निर्णय लेना, ओवरथिंक के लक्षणों में आता है।

97 Overthinking Quotes to Stop Living in Your Head - Happier Human

कैसे बंद करें ज्यादा सोचना ?
1-ज्यादा सोचने की आदत किसी डर या चिंता के कारण पनपती है। ऐसे में इस समस्या को रोकने के लिए सबसे पहले डर और चिंता को पहचानिए।
2-आप ये सोचें कि जो विचार आपके मन में आ रहे हैं उनका परिणाम क्या होगा। जब आपको पहले से परिणाम पता होंगे तो अपने डर का सामना करने पर आपको सामान्य महसूस होगा। ऐसा करने से ओवरथिंकिंग की समस्या दूर हो सकती हैं।
3-आपको समय-समय पर टेक्स्ट मैसेज और सोशल मीडिया पोस्ट चेक करने से बचना चाहिए। किसी मैसेज का विश्लेषण करने की कोशिश न करें और सोशल पर घंटों बैठने से भी बचें।
4-यदि आपको लगता है कि कुछ ट्रस्ट इशू हैं तो ऐसे में आप किसी ऐसे से बात करें जिसका नजरिया आपसे थोड़ा अलग हो। इसके लिए आप किसी करीबी दोस्त या माता-पिता से बात कर सकती हैं।
5-यदि आप अकेले रहेंगे तो ज्यादा सोचेंगे। ऐसे में आप समस्याओं को दूसरों के साथ साझा करेंगे तो आपको चीजों को एक अलग नजरिए से देखने में मदद मिलेगी।
6-ओवरथिंकिंग तब होती है जब आप बेकार बैठते हैं और आपका दिमाग अन्य कार्यों पर केंद्रित नहीं होता। ऐसे में खाली समय में कुछ क्रिएटिव कार्य करने का प्रयास करें।
7-यदि आप इस समस्या से नहीं निकल पा रहे हैं और अपने विचारों के कारण उनके जीवन और रिलेशन पर नकारात्मक असर पड़ रहा है तो ऐसे में किसी एक्सपर्ट की मदद जरूर लें। एक्सपर्ट इस स्थिति से निकालने में आपकी मदद करेंगे।

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