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Ganeshotsav 2021: इन पांच उपायों से करें गणेशजी को प्रसन्न, मिलेगा एश्वर्य और सुख का वरदान

Ganesh Chaturthi 2021: शास्त्रोक्त मान्यता है कि श्रीगणेश की आराधना से समस्त कष्टों का नाश होता है और सभी मनोकामनाएं पू्र्ण होती है। गणेशोत्सव का प्रारंभ 10 सितंबर शुक्रवार को हो रहा है। इस अवसर पर आप कुछ आसान उपाय कर श्रीगणेश को प्रसन्न कर सकते हैं। आइए जानते हैं श्रीगणेश को प्रसन्न करने के कुछ खास उपायों के बारे में।

पंचदुर्वा

श्रीगणेश स्मरण मात्र से प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्तों के समस्त कष्टों का नाश कर उनको सुखी जीवन का आशीर्वाद देते हैं। स्नान आदि से निवृत्त होकर गजानन भगवान के मस्तक पर पांच दूर्वा अर्पित करें। दु्र्वा अर्पित करते समय इस मंत्र का जाप करें।

‘इदं दुर्वादलं ऊं गं गणपतये नमः’

शमीपत्र

शमी का पौधा शनि का प्रिय पौधा है। किंतु यह गणेशजी को भी अतिप्रिय है। मान्यता है कि शमी वृक्ष के कुछ पत्ते नियमित श्रीगणेश को समर्पित करने से सुख-संपत्ति की वृद्धि होती है।

अक्षत

अक्षत का सनातन संस्कृति में बहुत महत्व है और इसको लगभग सभी देवताओं को समर्पित किया जाता है। अक्षत श्रीगणेश को चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। किंतु इस बात का विशेष ख्याल रखें कि गणपतिजी को सूखे चावल नहीं चढ़ाए जाते हैं। चावल को गीला करके तीन बार समर्पित करें और इस मंत्र का चावल चढ़ाते समय जाप करें।

इदं अक्षतम् ऊं गं गणपतये नमः’

सिंदूर

श्रीगणेश को सिंदूर प्रिय है इसलिए गजानन को सिंदूर चढ़ाने से सर्व मनोकामना पूर्ण होती है। गणेश जी को सिंदूर चढ़ाते समय इस मंत्र का जाप करें।

‘सिन्दूरं शोभनं रक्तं सौभाग्यं सुखवर्धनम्।
शुभदं कामदं चैव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम्॥
ओम गं गणपतये नमः’

मोदक

गशेशजी एकदंत है अर्थात उनका एक दांत टूटा हुआ है इसलिए उनको मोदक अतिप्रिय है, क्योंकि दूसरे खाद्य़ पदार्थ खाने में उनको तकलीफ होती है और मोदक शीघ्र घुल जाता है इसलिए गणेशजी को मोदक का भोग लगाना चाहिए।

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