अशोकनगर. जिले में इन दिनों जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और स्वास्थ्य अधिकारियों का जोर अधिक से अधिक वैक्सीनेशनकरवाने की और लगा हुआ हैं। फिलहाल वैक्सीनेशन केंद्रों पर टीका लगवाने से पहले कोरोना की जांच अनिवार्य कर दी गई है। इससे वैक्सीनेशन कराने के लिए आने वाले लोगों में भ्रम की स्थिति है।
वैक्सीन लगवाने के बाद कोरोना पॉजिटिव आए तो क्या होगा
वैक्सीनेशन के साथ ही कोरोना जांच से घबराए लोगों का कहना है कि यदि टीका लगवाने के बाद कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो क्या होगा। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का इसपर कहना है कि पॉजिटिव आने के बाद इलाज होगा, और क्या होगा। टीकाकरण केंद्रों पर किसके आदेश पर कोरोना टेस्ट किया जा रहा है इसके जबाव में भी अधिकारी प्रशासन का निर्णय कहकर किनारा कर रहे हैं।
वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे लोगों को हो रही परेशानी
वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंच रहे लोग इस बात को लेकर परेशान है कि जब किसी को कोरोना हो जाता है तो उसे कई महीनों तक टीका नहीं लगाया जा रहा और दूसरी तरफ टीकाकरण कराने के लिए आने वाले लोगों का मनमर्जी से आरटीपीसीआर टेस्ट कराया जा रहा है, जिसकी रिपोर्ट आने में दो-तीन दिन का समय लगता है। चूंकि टीकाकरण पर सेम्पिल लेने के बाद तुरंत व्यक्ति को वैक्सीन भी लगाई जा रही है ऐसे में यदि बाद में रिपोर्ट पॉजीटिव आती है तो फिर इसके कुछ साइड इफेक्ट न हो जाएं। इस संबंध में जिला टीकाकरण अधिकारी जेआर त्रिवेदिया ने बताया कि ऐसा नहीं होगा और कोरोना टेस्ट प्रशासन के निर्णय के अनुसार लिया जा रहा है। जांच अनिवार्य नहीं है।