अमृतसर। पंजाब में सियासी बदलाव के कयास तो पहले से थे, लेकिन आज आए चुनाव नतीजों ने तो बदलाव की नई परिभाषा तय कर दी है। यहां आम आदमी पार्टी ने न सिर्फ बहुमत के आंकड़े को पीछे छोड़ दिया, बल्कि विनिंग सीट्स का ऐसा पहाड़ खड़ा कर दिया कि कांग्रेस, अकाली दल और भाजपा समेत उसके सहयोगी मिलकर भी आप के लगभग चौथाई हिस्से तक ही पहुंच पा रहे हैं।
आप के उट कैंडिडेट भगवंत मान ने 45 हजार वोट से रिकॉर्ड जीत दर्ज की है। उन्होंने धूरी सीट से कांग्रेस के दलबीर गोल्डी को शिकस्त दी। मौजूदा सीएम चरणजीत चन्नी दोनों सीटों पर आप कैंडिडेट से हार गए। वहीं, नवजोत सिद्धू, कैप्टन अमरिंदर, सुखबीर बादल को भी आप के हाथों हार का मुंह देखना पड़ा। 30 साल में पहली बार बादल परिवार का कोई सदस्य विधानसभा चुनाव नहीं जीता।
मुझे आतंकवादी कहने वालों को जवाब मिला : केजरीवाल
बंपर जीत के केजरीवाल ने कहा, ह्यआपने देखा कि पंजाब में कितने बड़े षड़यंत्र किए गए। आखिर में ये सारे इकट्ठे होकर बोले कि केजरीवाल आतंकवादी है। इन नतीजों के जरिए देश की जनता ने बता दिया कि केजरीवाल आतंकवादी नहीं है, केजरीवाल देश का सच्चा सपूत है। केजरीवाल सच्चा देशभक्त है।
गोवा में भी 2 सीटों के साथ आप की एंट्री
देश के सबसे छोटे राज्य गोवा में इखढ लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। यहां 40 सीटों में से उसे 20 पर जीत हासिल हुई। उसे 3 निर्दलियों और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के 2 विधायकों ने समर्थन दे दिया है। इस तरह उसका आंकड़ा 25 हो गया है जो बहुमत से 4 ज्यादा है। कांग्रेस 11 सीटें ही जीत पाई। आम आदमी पार्टी को पहली बार विधानसभा में एंट्री मिली है। उसके दो उम्मीदवार जीते हैं, लेकिन पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने जिस अमित पालेकर को उट का चेहरा बनाया था वे ही चुनाव हार गए। उधर, ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाई।