Mradhubhashi
Search
Close this search box.

Black Fungus & White Fungus: जानें ब्लैक और वाइट फंगस में अंतर, दोनों संक्रमण के हैं अलग लक्षण

Black Fungus & White Fungus: कोरोना वायरस ने कई तरह से लोगों की जिंदगी को प्रभावित किया है। कोरोना से मुक्त होने के बाद भी इंसान के शरीर में तकलीफ हो रही है और गंभीर रोगों के साथ अस्पतालों के चक्कर लगा रहा है। ऐसी ही कुछ बीमारी इन दिनों फैल रही हैं, जिनमें ब्लैक फंगस और वाइट फंगस प्रमुख है और ये बीमारियां लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। आइए जानते हैं इनके लक्षणों के बारे में।

ब्लैक फंगस

पिछले कुछ हफ्तों से कोरोना से मुक्त हुए लोगों में ब्लैक फंगस यानी म्यूकोरमायकोसिस के मामले नजर आ रहे हैं। इसके लक्षण आंखों में दिखाई देते हैं और यह नाक और फिर अंत में दिमाग में पहुंच जाता है जिससे मरीज की मौत हो जाती है। ब्लैक फंगस काले रंग का होता है और इंसानी शरीर के टिशूज़ को नुकसान पहुंचाता है। ब्लैक फंगस मानव की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने, अनियंत्रित मधुमेह की समस्या, स्टेरॉयड का सेवन, ऑक्सीजन सपोर्ट का प्रदूषित होने से होता है। ब्लैक फंगस होने पर आंख या उसके आसपास दर्द, नाक बहना, धुंधला दिखाई देना, आंखों का बाहर निकल आना और सिर दर्द की शिकायत होती है।

वाइट फंगस

वाइट फंगस भी कोरोना से स्वस्थ हो रहे या स्वस्थ हो चुके मरीजों में देखा जा रहा है। यह बीमारी भी उन लोगों को हो रही है, जिनका इम्यूनिटी सिस्टम कमज़ोर है। अनियंत्रित मधुमेह और अस्पताल से लगा इंफेक्शन भी इसकी वजह हो सकता है वाइट फंगस शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है। इसकी वजह से फेफड़े, नाखून, दिमाग़, त्वचा, खून और यहां तक कि गुप्तांग को भी नुकसान पहुंच सकता है। जिन मरीज़ों में कोविड से ठीक होने के बावजूद लगातार खांसी हो रही है वो डॉक्टर से सलाह लेकर स्पटम कल्चर करवा सकते हैं।

ये भी पढ़ें...
क्रिकेट लाइव स्कोर
स्टॉक मार्केट