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11 साल की बच्ची ने जीती ब्लैक फंगस से जंग, 4 घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद डाॅक्टरों को मिली सफलता

11 साल की बच्ची ने जीती ब्लैक फंगस से जीत

उज्जैन में सरकारी हॉस्पिटल मैं पहला ब्लैक फंगस का सफल ऑपरेशन किया गया है। 12 वर्षीय कोविड पॉजिटिव रही बालिका को सीटी स्कैन में ब्लैक फंगस का संक्रमण पाया गया था ।

कोरोना महामारी के बाद ब्लैक फंगस बिमारी ने पैर पसारना शुरू कर दिए है वही इस बिमारी के वो लोग भी शिकार हो रहे है जो कोरोना संक्रमित नहीं थे। वही आज प्रदेश के उज्जैन में जिला चिकित्सालय में 12 वर्षीय बालिका को सायनेस व उसके जबड़े उच्च संक्रमण का शिकार हो चुके थे। संक्रमण फैलते हुए मस्तिष्क तक पहुंच गया था। जिसको देखते हुए तुरंत डॉक्टर्स द्वारा जिला हॉस्पिटल में बालिका का ब्लैक फंगस का ऑपरेशन शुरू हुआ जो करीब 4 घण्टे चला। बालिका के सीटी स्कैन में संक्रमण की स्थिति खराब थी। उसके गरीब परिजनों को जिला हॉस्पिटल के डॉक्टर पी एन वर्मा से ही आस थी। इसलिए क्योंकि आज सुबह तक प्रदेश सरकार ने बालिका को लगने वाले इंजेक्शन एम्फोटेरेसिन-बी,50 एमजी का नि:शुल्क इंतजाम किया था। ऑपरेशन के बाद से यह इंजेक्शन लगना शुरू होंगे।

सिविल सर्जन डॉ.पी.एन.वर्मा ने बताया वो इएनटी सर्जन हैं तथा उनकी सहयोगी डॉ.अंशू अरोरा वर्मा की टीम ने ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के लिए एंडोस्कोपी एवं सर्जरी के उपकरणों का इंतजाम डॉ.वर्मा ने स्वयं के पास से कर दिया था। इस विशेष ऑपरेशन की ओर पूरे प्रदेश की नजर हैं क्योंकि जिला अस्पताल में सीमित संसाधन में होने जा रहे इस ऑपरेशन में उच्च तकनीक की कमी से वरिष्ठ ईएनटी सर्जन डॉ. वर्मा का अनुभव काम किया। पूर्व डॉ. वर्मा ने चर्चा मैं बताया कि- बालिका के तीनों सायनेस, जबड़े उच्च संक्रमण का शिकार थे। यह संक्रमण मस्तिष्क तक पहुंच गया था। जब एंडोस्कोपी के माध्यम से सर्जरी प्रारंभ हुई तो ब्लैक फंगस को हटाया गया।। चूँकि सायनेसेस संक्रमित हो चुका था जबड़े की स्थिति ऑपरेशन के दौरान सामने आई ।