अशोकनगर। अशोकनगर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के विराम दिवस के अवसर पर श्री बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी ने लाखों श्रद्धालुओं को संबोधित किया।
अशोकनगर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के दौरान बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कई बड़ी बातें कही उन्होंने कहा कि परमात्मा को पाना है तो आचरण की शुद्धि बहुत जरूरी है। जिसका सुमिरन करोगे वो एक दिन अवश्य मिलता ही है। आपका आहार आपका व्यवहार बदलता है। यदि आहार आपका शुद्ध होता तो आपका व्यवहार और आचरण भी शुद्ध होता है। उक्त विचार
गुरुदेव ने कथा के दौरान कहा कि आप अंदर की दुनिया अगर मजबूत कर लोगे तो बाहर की दुनिया कुछ भी करे आप पर प्रभाव नहीं छोड़ सकती। आप जिस दिन परिपक्व हो जायेंगे आप किसी भी परिस्थित का सामना कर सकते हो। पूज्य गुरुदेव ने कहा कि मन के हारे हार है और मन के जीते जीत। संसार में ऐसा कोई कार्य नहीं ऐसी कोई चीज नहीं जो ईश्वर का सुमिरन करने से प्राप्त न हो।
आशा दुख का कारण होती है। सही व्यक्ति बही है जो स्वयं और ईश्वर से आशा रखता है। जिसका कोई नहीं होता उसका ईश्वर होता है। अशोकनगर के तुलसी सरोवर में स्थापित होने जा रही 111 फिट की पछार् बाले हनुमान जी की भव्य एवं विशाल प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा में श्री बागेश्वर धाम गुरुदेव एक बार पुनः अशोकनगर पधारेंगे। कथा के दौरान स्वयं गुरुदेव भगवन ने इसकी स्वीकृति दी है। उन्होंने कहा है कि हनुमान जी की प्रतिमा स्थापना प्राण प्रतिष्ठा के वे आयेंगे और पुनः कथा करेंगे।
कथा स्थल नवीन कृषि उपज मंडी प्रांगण में हजारों श्रद्धालु रात्रि में भी रुके रहते हैं। गत रात्रि को गुरुदेव भगवन श्री बागेश्वर धाम जी महाराज श्रद्धालुओं के बीच पहुंचे और काफी देर तक सभी से चर्चा की। साथ ही गुरुदेव भोजन् शाला में भी पहुंचे ओर भोजन शाला में उपस्थित माता बहनों के बीच बैठकर उनसे चर्चा की, इस दौरान पूज्य गुरुदेव को अपने बीच पाकर श्रद्धालु मंत्र मुग्ध हो गए। अशोकनगर से मृदुभाषी प्रदेश के लिए विवेक शर्मा की रिपोर्ट।