Mradhubhashi
Search
Close this search box.

चुनावी जीत की राह आसान बनाने की कोशिश में मध्य प्रदेश में सजा है बाबाओं का दरबार

भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में भले ही अभी 8 महीने का समय बाकी हो, लेकिन गली मोहल्लों में बह रही धार्मिक आयोजनों की गंगा बता रही है कि यह 8 महीने धर्म के रंग में रंगे नजर आएंगे. मध्यप्रदेश में चुनाव के पहले चल रहे भक्ति काल के जरिए नेता अपनी विधानसभा सीट को पक्का करने की कोशिश में लगे हैं. छोटे-बड़े बाबाओं के सजे दरबारों से नेताजी अपनी चुनावी जीत की राह आसान बनाने की कोशिश में हैं.

बतादें कि मध्य प्रदेश में इन दिनों पंडोखर सरकार, धीरेंद्र शास्त्री, प्रदीप मिश्रा, से लेकर कई बाबा कथाओं के जरिए भक्ति रस की गंगा बहा रहे हैं. नेताजी धर्म के सहारे चुनावी नैया पार करने की जुगत में हैं. आलम यह है कि अपने विधानसभा क्षेत्रों में कथाओं के आयोजन को लेकर बाबाओं के यहां वेटिंग में खड़े हुए हैं. जिनकी वेटिंग खत्म नहीं हो रही है वह बाबाओं के दरबार में खुद पहुंचकर अपने विधानसभा क्षेत्र में अपने धर्म प्रेम को बताने की कोशिश में हैं.

ऐसा नहीं है कि सिर्फ भाजपाइयों पर ही बाबाओं का रंग चढ़ा हो. राजनीतिक सफलता के लिए कांग्रेसी नेता भी कथाओं के आयोजन में बीजेपी के साथ कदमताल करते नजर आ रहे हैं. प्रदेश में बीते 6 महीनों में 1000 से ज्यादा धार्मिक कथाओं का आयोजन हो चुका है. इनमें से ज्यादातर कथाएं नेताओं ने करवायीं. सबसे ज्यादा चर्चा में रहे बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री, कुबेरेश्वर धाम के प्रदीप मिश्रा, पंडोखर सरकार धाम के गुरु शरण शर्मा, रहे।

नेताओं के न्योते पर आयोजनों की बहार आई हुई है. नेताओं की कोशिश धार्मिक आयोजनों के जरिए जनता की भीड़ जुटाकर खुद की धार्मिक छवि को पेश करने की है.जनता के दरबार में जाने से पहले मंत्री, मुख्यमंत्री, विधायक, सांसद से लेकर विपक्ष के नेता भी मंदिर और बाबाओं के दरबार में शीश झुकाते हुए नजर आ रहे हैं.सिर्फ इतना ही नहीं नेता अपने धर्म प्रेम को भी जताने में पीछे नहीं हैं. बागेश्वर सरकार के दर पर पहुंचे पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी कहा उन्होंने 101 फुट से भी ऊंचा हनुमान मंदिर बनाया है. बाबाओं के दर पर पहुंच रहे कमलनाथ ने जीत का आशीर्वाद भी मांगा.

प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में बाबाओं के प्रभाव वाले सीटों पर भी नजर डालें तो पंडोखर सरकार धाम के प्रमुख गुरु शरण शर्मा का प्रभाव ग्वालियर दतिया से लेकर मध्य क्षेत्र तक है. पंडोखर सरकार का धाम दतिया में है. लेकिन पंडोखर सरकार प्रदेश के एक बड़े हिस्से पर अपना प्रभाव रखते हैं. यही वजह कि उनके भोपाल में सजे दरबार में भाजपा और कांग्रेस के कई बड़े नेता पहुंचे और जीत का आशीर्वाद लिया.

इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा में बने हुए हैं बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री. मध्यप्रदेश से लेकर महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ तक में बीते दिनों कथा करने वाले धीरेंद्र शास्त्री सुर्खियों में हैं. धार्मिक कार्यक्रमों के जरिए लाखों की भीड़ जुटाने वाले धीरेन्द्र शास्त्री का प्रभाव बुंदेलखंड के साथ 90 से ज्यादा विधानसभा सीटों पर है. बागेश्वर धाम के दर पर कमलनाथ से लेकर सीएम शिवराज प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा और कई मंत्री हाजिरी लगा चुके हैं.

पंडित प्रदीप मिश्रा का कुबेरेश्वर धाम भी इन दिनों चर्चा में है. सिर्फ प्रदेश में नहीं बल्कि देश भर में इसकी चर्चा है. रुद्राक्ष के जरिए लोगों का दर्द दूर करने का दावा करने वाले पंडित प्रदीप मिश्रा के दरबार में भी बीजेपी और कांग्रेस के कई नेता हाजिरी लगा चुके हैं. पंडित प्रदीप मिश्रा सीहोर के रहने वाले हैं लेकिन उनका असर महाकौशल से लेकर मालवा निमाड़ की 100 से ज्यादा सीटों पर है.

ये भी पढ़ें...
क्रिकेट लाइव स्कोर
स्टॉक मार्केट