उज्जैन। श्रावण के दूसरे सोमवार को बाबा महाकाल की पारंपरिक यात्रा बड़े ही धूमधाम से निकाली गई। पुरे साल शिव भक्तों को इस अवसर का इंतज़ार रहता है, क्योंकि श्रावण का महीना भगवान शिव की पूजा अर्चना के लिए काफी खास माना जाता है। और उसी के साथ श्रावण में बाबा महाकाल की सवारी को देखने को लिए लोग दूर-दूर से आते है।
हर साल की तरह इस साल भी बड़े धूमधाम के साथ बाबा महाकाल की सवारी निकाली गई। सभा मंडप में पुजारियों ने भगवान का पूजन किया, जिसके बाद शाही ठाठ के साथ बाबा महाकाल नगर भ्रमण के लिए निकले। इस शाही सवारी में कोरोना गाइडलाइन्स का पालन करवाने के लिए और व्यवस्था को देखने के लिए उज्जैन कलेक्टर आशिष सिह और एसपी सत्येन्द्र शुक्ला खुद मौके पर मौजूद रहे।
भक्तों ने घर बैठे ही बाबा महाकाल के दर्शन किए।
कहते है की सभी देवताओं की भक्ति एक तरफ और बाबा महाकाल की दीवानगी एक तरफ होती है, हलाकि कोरोना गाइडलाइन्स को देखते हुए आम जनता को सवारी में शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई, जिसके कारण भक्तों ने घर बैठे ही बाबा महाकाल के दर्शन किए।
बाबा महाकाल की सवारी के लिए पूरी तैयारी कर रखी थी।
श्रावण के पहले सोमवार पर हुई भीड़ की भगदड़ को देखते हुए, प्रशासन ने पहले से ही बाबा महाकाल की सवारी के लिए पूरी तैयारी कर रखी थी। उज्जैन एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला ने जानकरी देते हुए बताया की सवारी को सुचारु रूप से संचालित किए जाने के लिए 500 पुलिसकर्मी तैनात किए गए।
उज्जैन से मृदुभाषी के लिए अमृत बैंडवाल की रिपोर्ट