उज्जैन। जैसे-जैसे कोरोना के दूसरे डोज की पेंडिंग बढ़ती जा रही है। प्रशासन भी सख्ती करता नज़र आ रहा है। दुकानदारों को सामान न देने व होटल लॉज में प्रवेश पर रोक लगाने के आदेश के बाद बुधवार को उज्जैन में शत प्रतिशत वैक्सीनेशन के लिए बड़ा कदम उठाया है। नगर निगम ने वैक्सीनेशन के दोनो डोज का सर्टिफिकेट दिखाने पर ही निगम कार्यालय में प्रवेश दिया जा रहा है।
दूसरे डोज का प्रमाण पत्र नहीं दिखाया, तब तक अंदर नहीं जाने दिया गया
उज्जैन जिले में सभी शासकीय कर्मचारी और अधिकारियों को नवंबर माह में अपना वेक्सिनेशन सर्टिफिकेट दिखाने के बाद ही वेतन दिए जाने के निर्णय के बाद नगर निगम के आयुक्त ने निगम में प्रवेश को लेकर अहम निर्णय लिया है। नगर निगम में किसी भी काम के लिए प्रवेश करने वाले लोगों को वैक्सीनेशन का दोनों डोज का सर्टिफिकेट दिखाना जरुरी होगा। जिसके बाद ही नगर निगम में प्रवेश किया जाएगा। आदेश के बाद नगर निगम के कर्मचारियों में उसका पालन करवाना शुरू कर दिया। जब तक कर्मचारियों ने वैक्सीन के दूसरे डोज का प्रमाण पत्र नहीं दिखाया, तब तक अंदर नहीं जाने दिया गया।
8 नवम्बर को 1 लाख 36 हजार टिके लगाने का टारगेट रखा गया है
बतादें कि शासन और प्रशासन 100 % वैक्सीनेशन के लिए हर संभव कोशिश में लगा हुआ है लेकिन उज्जैन जिले में ढाई लाख लोग ऐसे है जिनको नवम्बर माह तक अपना दूसरा डोज लगवा लेना था लेकिन अलग-अलग बहाने बनाकर कई कर्मचारियों ने अब तक अपना दूसरा डोज नहीं लगवाया है। 8 नवम्बर को 1 लाख 36 हजार टिके लगाने का टारगेट रखा गया है।