लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सालों से एक शख्स फर्जी कागताज के सहारे सरकारी नौकरी कर रहा था, लेकिन उसके इस फर्जीवाड़े की किसी को भी भनक नहीं लग पाई। जब उसके फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ तो हर कोई हैरान रह गया।
मनीष के नाम से अमित कर रहा था नौकरी
एक दो नही बल्कि पिछले 14 सालों से उत्तर प्रदेश में एक शख्स सरकारी नौकरी कर रहा था, वो भी कानून व्यवस्था का जिम्मा संभालने वाले पुलिस महकमें में पुलिस की, लेकिन एक फोन ने उसकी किस्मत का फैसला कर दिया और उसके फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हो गया। यूपी पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात अमित नाम का व्यक्ति सालों से फर्जी डॉक्यूमेंट्स लगाकर नौकरी कर रहा था। उसकी जालसाजी का खुलासा उस वक्त हुआ जब वह एलआईसी से लोन ले रहा था.
लोन लेने पर हुआ पर्दाफाश
एलआईसी ने जब मनीष नाम के शख्स को लोन के लिए कॉल किया तब उसको पता चला कि उसके नाम का कोई गलत इस्तेमाल कर रहा है। मनीष जब एलआईसी के ऑफिस गया तो पता चला कि उसके नाम और आधार कार्ड का इस्तेमाल करके कोई पुलिस में नौकरी कर रहा है। मनीष यह सुनकर हैरान रह गया।
पीड़ित मनीष ने जब आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई तो पता चला कि उसका दोस्त ही इस फर्जीवाड़े में शामिल है और इस उसके नाम पर फर्जी तरीके से नौकरी कर रहा है। आरोपी बदायूं का रहने वाला है और उसने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है।