Zydus Cadila: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच देशभर में जरूरी संसाधनों की कमी महसूस की जा रही है। सबसे ज्यादा समस्या ऑक्सीजन, मेडिसिन और दूसरे संसाधनो को लेकर रही है। ऐसे में मेडिसिन की कमी को दूर करने के लिए कोरोना मेडिसिन विराफिन को आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है।
DGCI ने दी विराफिन को मंजूरी
देश में बढ़ते कोरोना के मामले और मेडिसिन के अभाव को देखते हुए देश के दवा नियामक ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DGCI) ने Zydus Cadila कोरोना मेडिसिन विराफिन को आपात स्थिति में इस्तेमाल की अनुमति दे दी है। कंपनी का दावा है कि विराफिन मरीजों में ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत को कम करती है और इसको संक्रमण के मॉडरेट मामलों में इस्तेमाल किया जा सकता है। कंपनी का कहना है कि विराफिन के इस्तेमाल से मरीज में वायरल लोड कम होता जाएगा और ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत कम होती जाएगी। विराफिन की एक डोज की कीमत 11,995 रुपये निर्धारित की गई है। कंपनी ने विराफिन की आपूर्ति शुरू कर दी है।
तेजी से वायरल लोड करता है कम
कैडिला हेल्थकेयर लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. शर्विल पटेल के मुताबिक विराफिन को सही वक्त पर बीमारी के लक्षण उभरने के साथ दिया जाए तो ये तेजी से वायरल लोड को कम कर देती है. ये दवा ऐसे समय पर मार्केट में आई है, जब लोग इसकी बेहद जरूरत महसूस कर रहे हैं. हम कोरोना मरीजों को लगातार ये दवा मुहैया कराते रहेंगे. जायडस कैडिलाका दावा है कि 91.15 फीसद कोरोना मरीज PegIFN से इलाज करने के 7वें दिन ही आरटी-पीसीआर जांच में निगेटिव हो गए थे. कंपनी का यह भी कहना है कि तीसरे चरण के ट्रायल में मॉडरेट वायरल लोड वाले ज्यादातर मरीज एक डोज देने के 7वें दिन ही पूरी तरह से स्वस्थ हो गए थे. इस ट्रायल के नतीजों के आधार पर डीसीजीआई ने इसके आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है.