Coronavirus: देश इस वक्त बेहद कठिन दौर से गुजर रहा है। कोरोना संक्रमण से बुरी तरह से प्रभावित देश में लोगों को इलाज को लेकर बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। ऑक्सी जन की कमी से कई लोद दम तोड़ चुके हैं। इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले रोजाना सामने आ रहे हैं। ऐसे में रेमडेसिविर को लेकर अच्छी खबर सामने आई है।
रेमडेसिविर का उत्पादन हुआ तीन गुना
केंद्रीय रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को बताया कि देश में रेमडेसिविर का उत्पादन लगभग तीन गुना बढ़कर हर महीने 1.05 करोड़ हो गया है और सरकार इस एंटीवायरल दवा की उपलब्धता बढ़ाने के लिए कड़ी मशक्कत कर रही है। मंडाविया ने एक ट्वीट कर कहा कि दवा की उत्पादन क्षमता चार मई को प्रतिमाह 1.05 करोड़ शीशी को पार कर गई, जो इस साल 12 अप्रैल को 37 लाख शीशी थी. इस तरह उत्पादन क्षमता में लगभग तीन गुना इजाफा हुआ है।
रेमडेसिविर की थी भारी कमी
उन्होंने बताया कि पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार कोविड-19 की महामारी से लड़ने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है. देश में कोविड संक्रमण बड़े स्तर पर फैलने से रेमडेसिविर की मांग भी कई गुना बढ़ गई है। गैरतलब है कोरोना संक्रमण देश में हर तरफ फैलने से अचानक रेमडेसिविर में कमी आ गई,। इस वजह से लोग इसके मुंहमांगे दाम वसूलने लगे और लाखों रुपए में यह दवाई बिकने लगी थी। जरूरतमंदों को इस दवाई को लेने में बड़ी दिक्त भी उठाना पड़ी। कई लोग इसकी कमी की वजह से मारे भी गए।