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गेम की लत से 11 साल के बच्चे की हुई मौत, प्रदेश सरकार ने उठाया बड़ा कदम, गेमिंग एक्ट होगा लागू

भोपाल। बच्चों में आए दिन ऑनलाइन गेमिंग का क्रेज बढ़ता जा रहा है। ऑनलाइन गेम के शौकीन बच्चे तेजी से इसका शिकार हो रहे हैं।

राजधानी भोपाल में बीते दिनों फ्री फायर गेम खेलने के चक्कर में एक बच्चे ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। वही ऑनलाइन गेम का तेजी से शिकार हो रहे बच्चों के बीच अब प्रदेश सरकार ने नई तैयारी शुरू की है। मामले में प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बड़ा बयान सामने आया है। गृह मंत्री ने कहा है कि मध्यप्रदेश में जल्द ही ऑनलाइन गेम पर ऑनलाइन गेमिंग एक्ट लाया जाएगा। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है।

तेजी से बच्चे इसकी ओर आकर्षित हो रहे हैं

नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बीते दिनों राजधानी भोपाल में घटित घटना बेहद दुखद है। यह एक गंभीर प्रश्न भी है। फ्री फायर गेम की वजह से तेजी से बच्चे इसकी ओर आकर्षित हो रहे हैं। अब ऐसे गेम पर लगाम लगाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार एक ऑनलाइन गेमिंग एक्ट लेकर आ रही है। गृहमंत्री मिश्रा ने कहा कि इसके लिए ड्राफ्ट लगभग तैयार किया जा चुका है। वहीं मध्यप्रदेश में जल्द ही इसे मूर्त रूप दिया जाएगा।

बच्चे ने अपनी जान ले ली

राजधानी भोपाल में ऑनलाइन गेम खेलते एक छात्र द्वारा आत्मघाती कदम उठाए जाने का मामला सामने आया है जिसके बाद पूरे शहर में सनसनी फैल गई है। मामले में ऑनलाइन गेम्स के कारण बच्चे ने अपनी जान ले ली है। बच्चे ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी उसके पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। बच्चा अवधपुरी के सेंट जेवियर स्कूल में पढ़ने वाला पांचवी का छात्र है। बच्चे का नाम सूर्यांश बताया जा रहा है। कल सूर्यांश ने बॉक्सिंग के फंदे पर लटक कर जान दी है। हालांकि परिजनों ने तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया।

बच्चे को पढ़ाई में ज्यादा इंटरेस्ट नही था

जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया परिजनों का कहना है कि वह मोबाइल में फ्री फायर गेम खेला करता था और उसे गेम वाले सीरियल देखने की बेहद आदत पड़ गई थी। इधर फ्री फायर गेम सुसाइड मामले को लेकर राजधानी के एडिशनल सीपी सचिन अतुलकर ने कहा कि पुलिस की शुरुआती जांच में गेम के चलते बच्चे ने सुसाइड की है। जांच में सामने आया है की बच्चा गेम खेलने का आदि था।

बच्चे को पढ़ाई में ज्यादा इंटरेस्ट नही था

उन्होंने कहा कि माता पिता की बिना जानकारी के बच्चे ने बच्चे को पढ़ाई में ज्यादा इंटरेस्ट नही था। पेरेंटस ने कई बार गेम नहीं खेलने को  समझाया था और गेम डिलीट किया था। बच्चे को पढ़ाई में ज्यादा इंटरेस्ट नही था। वह अधिकतर गेम खेलता रहता था। सचिन अतुलकर ने कहा कि बच्चे ने पंचिंग बेग की रस्सी से फंदा बनाकर सुसाइड की है। अतुलकर ने कहा कि अगर अभिभावक पुलिस के पास आएंगे तो ऐसे मामलों में पुलिस काउंसलिंग कराएगी।

फ्री फायर एक सर्वाइवल शूटर और बैटल गेम है

ज्ञात हो कि ऐसा पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी फ्री फायर गेम की वजह से कई बच्चे अपनी जान गंवा चुके हैं। फ्री फायर एक सर्वाइवल शूटर और बैटल गेम है। वहीं इसकी आकर्षक लेआउट से बच्चे तेजी से इसकी और आकर्षित होते हैं और जल्द ही बच्चों में ऑनलाइन गेम की लत लग जाती है।

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