इंदौर। इंदौर के कमला नेहरू चिड़ियाघर में पिछले दिनों मेघा नाम की शेरनी ने तीन शावकों को जन्म दिया था इन तीनों शावकों की शेरनी मेघा ने लगातार केयर की,वही पिछले 2 दिनों से मेघा की देखरेख करने वाले जू के कर्मचारियों को केवल दो ही बच्चे नजर आ रहे थे लेकिन शुक्रवार को पता चला कि शेरनी मेघा ने अपने तीसरे बच्चे को खा लिया है।
कमजोर शावक को मां ने मारा
जन्म के दौरान से ही एक शावक कमजोर था, वहीं दो शावकों की हालत दुरुस्त नजर आ रही थी। चिड़ियाघर के प्रभारी डॉ उत्तम यादव के अनुसार शावकों के जन्म के बाद एक शावक की हालत नाजुक दिख रही थी। 2 दिनों से वह कमजोर शावक नजर नहीं आ रहा था जबकि जिस पिंजरे में मेघा को रखा गया है वहां काफी अंधेरा है, जिसके चलते उस शावक का पता नहीं चल पा रहा था, लेकिन शुक्रवार को पिंजरे में देखने पर पता चला कि शेरनी मेघा ने अपने बच्चे को खा लिया है।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
इस संबंध में चिडि़याघर के प्रभारी उत्तम यादव का कहना है कि शेर जैसे जंगली जानवरों में यह प्रवृत्ति होती है कि वह अपने बच्चों को खा लेते हैं,इससे पहले भी कमला नेहरू जू में इस तरह की घटना हो चुकी है, जिसमें शेरनी ने जन्म के बाद अपने बच्चों को खा लिया गया था लेकिन जन्म के बाद बच्चों को मां से दूर नहीं रखा जा सकता है,उनके लिए मां का दूध काफी जरुरी होता है,ऐसे में ऐसी घटना की संभावना बनी रहती है।