Tokyo Olympics: भारतीय पुरुष हॉकी टीम के बाद भारतीय महिला हॉकी टीम ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए इतिहास रच दिया है। ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है।
ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से दी मात
भारतीय महिला टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए क्वार्टर फाइऩल में 3 बार की गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराया। ओलंपिक के इतिहास में पहली बार भारतीय महिला हॉकी टीम ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची है। इससे पहले आखिरी बार भारतीय महिला टीम 1980 के ओलंपिक में अंतिम 4 में पहुंची थी। 1980 के ओलंपिक राउंड रॉबिन के आधार पर खेला गया था जिसमें महिला टीम आखिरी 4 में पहुंची थी। ऑस्ट्रेलिया को सात पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन वह एक पर भी गोल नहीं कर पाया।
गुरजीत ने किया गोल
भारतकी ओर से गुरजीत ने 22वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल कर भारत को बढ़त दिलवाई। भारतीय डिफेंस और मिडफील्ड ने शानदार काम किया। इन्होंने ऑस्ट्रेलिया के आक्रमण को कई बार रोका। ऑस्ट्रेलिया को सात पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन वह एक पर भी गोल नहीं कर पाया। सुशीला चानू, शर्मिला तेते, मोनिका और दीप ग्रेस ने भारत की जीत में अहम रोल अदा किया।
निशेनाबाजी में है आस
अभी तक भारत के खाते में दो पदक आ चुके हैं और एक पदक बॉक्सिंग में पक्का हो चुका है। सोमवार को महिला चक्का फेंक एथलीट कमलप्रीत कौर पदक की उम्मीद से मैदान संभालेगी। आज उनका फाइनल मुकाबला है। निशानेबाजी में ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर और संजीव राजपूत आज पदक के लिए निशाना लगाएंगे।
इस शानदार जीत पर भारतीय महिला हॉकी टीम को पूर्व केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने बधाई दी है।
केेंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी बधाई दी है।