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ToggleRRTS Inauguration live: देश को पहली रैपिडएक्स(RRTS) ट्रेन की आज सौगात मिली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साहिबाबाद को दुहाई डिपो से जोड़ने वाली रैपिडएक्स ट्रेन ‘नमो भारत’ का उद्घाटन किया। पीएम इस ट्रेन के पहले यात्री बने। उनके स्कूली बच्चों थे। मोदी ने सुबह उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद में दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के प्राथमिकता खंड का उद्घाटन किया। नमो भारत को हरी झंडी दिखाई।
प्रधानमंत्री ने देश में रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) (RRTS) के शुभारंभ के साथ साहिबाबाद को दुहाई डिपो से जोड़ने वाली रैपिड-एक्स ट्रेन को रवाना किया। यह देश की पहली रैपिड-एक्स(RRTS) ट्रेन है, जिसे नमो भारत नाम से जाना जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौबे, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी मौजूद थे।
8 मार्च 2019 को रखी थी आधारशिला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 मार्च 2019 को दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल के इस कॉरिडोर की आधारशिला रखी थी। प्रोजेक्ट के दिसंबर 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर 30 हजार करोड़ से अधिक रुपए से विकसित किया जा रहा है। यह गाजियाबाद, मुरादनगर और मोदीनगर के शहरी केंद्रों के जरिए एक घंटे से कम समय में दिल्ली को मेरठ से जोड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट को भविष्य को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसमें विश्वस्तरीय सुविधाएं हैं।
12 मिनट में साहिबाबाद से दुहाई का सफर
रैपिडएक्स(RRTS) ट्रेन सिर्फ 12 मिनट में साहिबाबाद से दुहाई तक पहुंचा देगी। 10-15 मिनट के गैप पर ट्रेन चलेगी। प्रत्येक स्टेशन पर 30 सेकेंड ट्रेन रुकेगी। 6 कोच वाली ट्रेन में 5 स्टैंडर्ड और एक 5 प्रीमियम कोच रहेगा। फिलहाल 10 जोड़ी ट्रेनें हैं। इसकी संख्या आगे बढ़ाकर 13 की जानी है। रैपिड रेल से दिल्ली और मेरठ को जोड़ा जाएगा। बता दें 2 तरह की रैपिड रेल दौड़ेंगी। एक ट्रेन मोदीपुरम से बेगमपुर-प्रतापपुर होकर दिल्ली के सराय काले खां जाएगी, जो रैपिड रेल कही जाएगी। दूसरी मोदीपुरम से बेगमपुर होकर प्रतापपुर जाएगी। उसका नाम मेरठ मेट्रो होगा।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे
रैपिडएक्स(RRTS) के 17 किलोमीटर रूट पर और शहर की सड़कों पर पुलिस, सेना के जवान, NSG कमांडो और पैरामिलिट्री फोर्स तैनात रही। 5 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात थे। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में पहला घेरा SPG का रहा। इसके बाद NSG, फिर पुलिस जवान रहे। बाहर से 50 ACP और CO गाजियाबाद बुलाए गए थे। खोजी दस्ते, एंटी माइन्स, एंटी सबोटाज, जैमर, ATS, STF, IB के अधिकारी भी तैनात रह। उद्घाटन समारोह के 50 हजार लोग साक्षी बने। लोगों को बसों से कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाया गया। लोगों के बैठने के लिए 625 फीट की लंबाई और 315 फीट की चौड़ाई में 35 हजार कुर्सियां लगाई गईं थीं।