Mradhubhashi
Search
Close this search box.

Taliban: तालिबान ‘इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान’ रखेगा मुल्क का नाम, जानिए ताजा खबरें

Taliban: अफगानिस्तान में अब तालिबान का राज कायम हो गया है। राष्ट्रपति भवन पर तालिबान लड़ाकों ने कब्जा कर लिया है। अल-जजीरा न्यूज नेटवर्क के मुताबिक तालिबान लड़ाके राष्ट्रपति भवन अंदर दाखिल हो चुके हैं। वहीं तालिबान अब अफगानिस्तान का नाम बदलकर ‘इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान’ कर सकता है।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आज होगी बैठक

बीस साल की लंबी लड़ाई के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा जमा लिया। वहीं अफगानिस्तान के मौजूदा हालात को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की सोमवार को आपात बैठक बुलवाई गई है। बैठक में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस परिषद के सदस्यों को राजधानी काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद के ताजा हालात की जानकारी देंगे। वहीं तालिबान का राज कायम होने के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया। इसके साथ ही विभिन्न देशों के लोग और कुछ देशवासी भी देश छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं। अमेरिका ने अपने लोगों को निकालने के लिए अफगानिस्तान में सेना भेजी है।

तालिबान के आतंक की दहशत

पूरे देश में अफगानिस्तान के पुराने जुल्मो-सितम के यादें ताजा हो गई है। लोग उन दिनों को याद कर सहर उठते हैं। अफगान लोगों का कहना है कि तालिबान उस क्रूर शासन को फिर से लागू कर सकता है जिसमें महिलाओं के अधिकार खत्म हो जाएंगे। लाखों की संख्या में लोग पलायन कर रहे हैं। अमेरिका के देश छोड़ते ही तालिबान ने सिर्फ सप्ताह भर के अंदर देश पर कब्जा कर लिया। अफगानिस्तान पर अमेरीकी हमला 1 सितंबर, 2001 को अलकायदा आतंकी ओसामा बिन लादेन के संगठन अल कायदा के अमेरिका पर आतंकवादी हमलों के बाद शुरू हुआ था।

2020 में समझौते पर हुए थे दस्तखत

बेहद खर्चिले इस युद्ध से लंबे समय से अमेरिका बाहर निकलने की योजना बना रहा था। अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नेतृत्व में वॉशिंगटन ने फरवरी 2020 में तालिबान के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसके बाद से तालिबान ने अपनीन सारी ताकत अपने सैन्य बल को मजबूत करने में लगाई। वहीं राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस महीने के अंत तक अफगानिस्तान से सभी अमेरिकी सैनिकों की वापसी की अपनी योजना की घोषणा की थी।

ये भी पढ़ें...
क्रिकेट लाइव स्कोर
स्टॉक मार्केट