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स्वच्छ्ता के नाम नालो की अनदेखी, नगर निगम की छत बनी कचरे का घर

बुरहानपुर। शहर का निगम प्रसाशन स्वच्छ्ता अभियान के नाम पर बेनर पोस्टर फ्लेक्स की राजनीति करते हुये स्वच्छ्ता का ढिंढोरा पीटे हुए है। वही जमीनी हकीकत बयां करता नगर निगम परिसर में गंदगी का अंबार, वर्तमान समय में स्वच्छता के नाम पर शहर को सुंदर दिखाने के का कायाकल्प रचा जा रहा है, वहीं नगर निगम परिसर की छत पर कचरे का अंबार लगा है , जो निगम के अधिकारियों अपने परिसर का कचरा साफ नहीं करवा सकते व शहर में स्वच्छता अभियान चला रहे है वैसे तो शहर के नागरिक कई सवालों के जवाब चाहती है। पर कमिश्नर महोदय अपने कार्यालय की गंदगी ही नहीं साफ करवा पा रहे हैं और स्वच्छता अभियान चला रहे हैं, वैसे ही शहर के प्रमुख नालों का हाल है, एक ऐसा ही लोहारमंडी गेट के पास का नाला है जिसने नाली का रूप ले लिया है। जहां निगम के द्वारा साल में एक बार ही सफाई हो पाती होती है।

करोड़ों रूपये होते है खर्च

शहर में करोड़ो रूपये नालो की सफाई के नाम से खर्च होते आ रहा है, उसके बाद भी कई नाले में इतनी गन्दी भर गई है कि उन्होंने नालियो का रूप ले लिया है। वैसे ही लोहारमंडी गेट के पास एव डाकवाड़ी नाले का हाल है। उसका पानी अब ऊपर रोड पे आने जैसे होने लगा है। जब वहां के स्थानीय परिवारों से बात की गयी तो बताते है, कि साल में एक बार इसकी सफाई होती है। बस उसके बाद कभी नही होती ना ही इसकी बाउंड्रीवाल बनाई गई है। यहां से आने जाने वाली गाड़िया अधिकतर हादसे का शिकार होती है। यहाँ से कुछ दूरी पर इंदौर ईच्छापुर हाईवे है।

रहवासियों के शिकायत के बाद भी नहीं हुआ समाधान

बहुत बार शिकायत करने के बाद भी इस नाले की साफ सफाई नही होती है। गंदगी होने से मच्छरो का प्रकोप बढ़ा हुआ है, यहां कुछ ना कुछ हादसे होते रहते है। कोई ना कोई गाड़ी अंबेल्स होकर इस नाले में गिरती रहती हैं। बरसात में तो इस नाले का पानी हमारे घरों में आ जाता है। इसके इस तरफ बाउंड्रीवाल होना चाहिए। बरसात के कुछ दिन पहले ही नगर निगम जाग्रत होता है एव सफाई करवाता है।