इंदौर। शहर में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयगर्वीय ने दो टूक शब्दों में कहा कि इंदौर यदि सफाई में नंबर वन है तो वह नगर निगम के सफाई मित्रों और लोगों की वजह से। इसके लिए अफसरों को श्रेय देना बंद किया जाना चाहिए। यदि उनमें दम होता तो यहां से दो अफसर उज्जैन गए थे, वे उसे इंदौर के बराबर खड़ा करके दिखाते।
ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में हुए कार्यक्रम में विजयवर्गीय ने कहा कि सफाई में इंदौर देश में सिरमौर है तो उसका श्रेय जनता और यहां के सफाई मित्रों को जाता है। किसी अधिकारी को नहीं। मैं कड़वी बात बोल रहा हूं, लेकिन जरूरी भी है। मैं मानता हूं कि इंदौर की सफाई के लिए जो सबसे ज्यादा जिम्मेदार हैं वे हमारे सफाई मित्र हैं। दूसरा नंबर आता है इंदौर की जनता का, क्योंकि यहां के लोग अनुशासित हैं, संस्कारित हैं। उन्हीं की बदलौत इतने वर्षों से इंदौर सफाई में नंबर वन बना हुआ है। इंदौर से एक अधिकारी उज्जैन कलेक्टर बनकर गए, वहां के कलेक्टर यहां निगम आयुक्त रहे हैं।
उन्हें अमिताभ बच्चन ने सम्मानित किया था। यदि अफसरों की वजह से ही इंदौर सफाई में नंबर होता तो वे उज्जैन में भी करके दिखाते। इस मौके पर नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव के अलावा निगमायुक्त प्रतिभा पाल सहित सभी अफसर मौजूद थे। मंत्री भूपेंद्रसिंह ने कहा कि सेवन स्टार इंदौर के कारण ही इस बार मप्र देश का सबसे स्वच्छ राज्य बन पाया है। उन्होंने नगर निगम इंदौर को सरकार की तरफ से 7 करोड़ रुपए का पुरस्कार भी देने की घोषणा की। यह राशि सफाई मित्रों के उत्थान पर खर्च होगी। महापौर भार्गव ने कहा कि पात्र कर्मचारियों को विनयमित किया जाएगा।